फिल्मी सितारों की चकाचौंध देखकर बाहरी लोग सोचते हैं ये तो खुश ही होगा, इन्हें लाइफ में कोई प्रॉब्लम होगी ही नहीं. अगर उनके बारे में कोई ऐसी-वैसी खबर आ जाए तो आम लोगों के रिएक्शन अजीबोगरीब होते हैं. असल में किसी की लाइफ में क्या चल रहा है ये उन्हें देखकर पता नहीं लगाया जा सकता है. एक ऐसा ही रैपर है जो हमेशा कूल नजर आता है और गाने भी वैसे ही बनाता है लेकिन अचानक उसके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसने उन्हें हिला दिया. इससे उबरने में ही इस स्टार को कई साल लग गए.


हम बात सिंगर और रैपर 'यो यो हनी सिंह' की कर रहे हैं जिन्होंने बुलंदी पर पहुंचने के लिए काफी मेहनत की थी. हनी सिंह ने वो मुकाम हासिल भी किया लेकिन एक बीमारी ने उनका करियर डाउन कर दिया. लेकिन उन्होंने हार ना मानते हुए डटकर सामना किया और आज जबरदस्त कमबैक कर चुके हैं.


हनी सिंह का फैमिली बैकग्राउंड




15 मार्च 1983 को पंजाब के होशियारपुर में हृदेश सिंह का जन्म उनके ननिहाल में हुआ था. हृदेश सिंह को आमतौर पर सभी 'यो यो हनी सिंह' के नाम से जानते हैं. हनी सिंह के पिता सरदार सरबजीत सिंह और मां भूपिंदर कौर हैं. हनी सिंह के दादा और पिता ब्रिटिश इंडिया के दौरान पंजाब, पाकिस्तान में रहते थे. लेकिन पार्टिशन के बाद उनके दादा फैमिली के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गये थे. हनी सिंह की परवरिश दिल्ली में ही हुई है. उनकी एक बहन स्नेहा सिंह हैं. 


हनी सिंह की क्वालिफिकेशन


बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में हनी सिंह ने बताया था कि वो दिल्ली के गुरु नानक पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे. हनी सिंह स्कूल में प्रेयर के समय तबला बजाया करते थे. स्कूल टाइम से ही उनकी रुचि म्यूजिक में रही है. टीनएज में हनी सिंह एआर रहमान के फैन थे और उनके ही गाने सुनते थे.


साल 1995 के बाद उन्होंने कुछ इंग्लिश गाने सुनने शुरू किए और बीट्स, हिप-हॉप की तरफ उनकी रुचि बढ़ी. उसी दौर में म्यूजिक की पढ़ाई के लिए हनी सिंह यूके भी गए. हनी सिंह ने ठान लिया था कि वो हिप-हॉप को भारत में प्रमोट करेंगे. 


हनी सिंह म्यूजिक में कैसे आए?




टीनएज में ही हनी सिंह ने अपना करियर चुन लिया था लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वो कैसे शुरू करें. साल 1999 में उन्होंने इंटरनेशनल हिप-हॉप सुनना शुरू किया था. साल 2003 में दिल्ली-गोवा में अंडरग्राउंड रैपर टीडीओ के लिए बीट्स बनाना शुरू कर दिए थे. हनी सिंह ने पहला गाना 'खड़के गिलासी तेरे नाल दी' बनाया था जो सुपरहिट हुआ लेकिन फिर भी उन्हें काम नहीं मिला.


इसके बाद हनी सिंह पंजाब शिफ्ट हो गए जहां रीजनल और इंग्लिश भाषा में गाने बनाने लगे. हनी सिंह पंजाब, कनाडा और इंग्लैंड में स्टार बन गए थे लेकिन उन्हें दिल्ली-मुंबई जैसे भारत के मेट्रो सिटीज में फेमस होना था. 2010 के बाद हनी सिंह ने कुछ सोलो सॉन्ग्स बनाए जो सफल रहे. इसके बाद हनी सिंह ने 'अंग्रेजी बीट', 'ब्राउन रंग', 'गबरू', 'लुगी डांस', 'पार्टी विद भूतनाथ', 'देसी कलाकार', 'लव डोज', 'सनी सनी' जैसे सुपरहिट गाने दिए.


हनी सिंह के डिप्रेशन का दौर


2010 से लेकर 2014 तक हनी सिंह ने ढेरों गाने गाए जो सुपरहिट रहे. हर ओर उनके ही गाने बजा करते थे लेकिन एक समय ऐसा आया जब हनी सिंह काफी लो फील करने लगे थे. हनी सिंह की फैमिली दिल्ली में रहती थी जबकि हनी सिंह काम को लेकर मुंबई में रहते थे. बीबीसी को दिए इंटरव्यू में हनी सिंह ने बताया था कि उनके पास बहुत काम था, गाने हिट हो रहे थे लेकिन एक समय के बाद उन्हें लगा कि सबकुछ छोड़कर भाग जाएं.






हनी सिंह ने कहा, 'अचानक मैंने अपनी टीम को बुलाया और कहा कि मुझे घर जाना है, फैमिली के साथ रहना है. मेरी टीम ने मुझे समझाया कि पैसा लगा है लोग हंगामा करेंगे, नोटिस भेजेंगे, कॉन्ट्रैक्ट है और भी बहुत कुछ लेकिन मैं एक ही बात कह रहा था मुझे घर जाने दो वरना मैं मर जाऊंगा. मेरी टीम ने काफी मुश्किल से मेरी बात सुनी और मैं दिल्ली आ गया.'  


हनी सिंह के मुताबिक, उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर हो गया था जो डिप्रेशन से भी बड़ी बीमारी होती है. हनी सिंह ने कहा था कि उन्होंने  एक सिंगिंग शो डिजाइन करने के लिए मार्केट से काफी पैसा लिया था लेकिन उनकी बीमारी ने सबकुछ बर्बाद कर दिया. हनी सिंह को उस बीमारी से निकलने में लगभग 5 साल लगे थे.


हनी सिंह का कमबैक


2014 से लेकर 2018 के बीच में हनी सिंह को लेकर काफी खबरें आईं. किसी ने कहा था कि वो ड्रग एडिक्ट हो गए, तो किसी ने कहा कि वो कर्ज में डूब गए हैं, वहीं कई सोशल मीडिया पर बहुत से लोगों ने उनके निधन की अफवाह भी उड़ाई.




हनी सिंह ने इन सबपर कहा, 'जब मेरा इलाज चल रहा था तब मुझे बताया गया जो खबरें मेरे बारे में सोशल मीडिया पर आती थीं. शुरुआत में मुझे डर लगने लगा था कि मैं खत्म हो गया हूं. मैं इतना परेशान रहने लगा था कि हर रात मरने की दुआ मांगता था लेकिन जैसे-जैसे इलाज बढ़ा और मैं ठीक होता गया तो उन बातों का फर्क पड़ना भी बंद हो गया.'


हनी सिंह ने बताया कि वो देश से बाहर भी कुछ समय रहे लेकिन 2018 की शुरुआत में ठीक महसूस करने लगे थे और फिर उन्होंने कमबैक किया. साल 2019 से लेकर अब तक हनी सिंह ने खुद में कई बदलाव किए और आज पहली की तरह काम कर रहे हैं. हेल्थ खराब होने के दौरान हनी सिंह की मदद शाहरुख खान और अक्षय कुमार ने की, वहीं दीपिका पादुकोण ने हनी सिंह को डॉक्टर्स सजेस्ट किए थे.


यह भी पढ़ें: 90's की वो सिंगर जिसका ओसामा बिन लादेन भी था जबरदस्त फैन, बैक टू बैक सुपरहिट गाने देकर बनाया महा रिकॉर्ड, पहचाना क्या?