दिग्गज प्रोड्यूसर-डायरेक्टर जॉनी बक्शी का शनिवार को निधन हो गया. अस्पताल में उपचार के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा. वह 82 साल के थे. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके बाद उन्हें जुहू के आरोग्य निधि अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. उनका कोरोना टेस्ट भी करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. जॉनी बक्शी के निधन पर एक्टर अनुपम खेर और एक्ट्रेस शबाना आजमी से दुख जताया.


जॉनी बक्शी की बेटी प्रिया ने कहा, "वह कल (शुक्रवार) अस्पताल में भर्ती हुए थे क्योंकि उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. उनका कोविड-19 टेस्ट भी हुआ जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई. उनका निधन शनिवार देर रात 1.30-2.00 बजे के बीच दिल का दौरा पड़ने से हुई." शनिवार को ही उनका अंतिम संस्कार परिवार की मौजूदगी में किया गया.


अनुपम खेर का ट्वीट-





जॉनी बक्शी के निधन पर अनुपम खेर ने संवेदनाएं व्यक्त की और ट्विटर पर लिखा,"जॉनी बक्शी के निधन का सुनकर दुख हुआ. मुंबई में वह मेरी लाइफ के शुरुआती दिनों के एक अखंड हिस्सा थे. एक प्रोड्यूसर के तौर पर, एक दोस्त, एक सपोर्टर और एक मॉटिवेटर थे. उनकी हंसी काफी प्रभावशाली जोकि उनके आसपास के लोगों को खुशी देती थी. अलविदा मेरे दोस्त. ओम शांति."


शबाना आजमी खेर का ट्वीट-





वहीं, शबाना आजमी ने ट्विटर पर लिखा,"फिल्ममेकर जॉनी बक्शी के निधन का सुनकर दुख हुआ. मेरे करियर की शुरुआत में उनके साथ फिल्म विश्वासघात की थी. उन्होंने सिनेमा में निवेश किया. परिवार और दोस्तों को संवेदनाएं." बता दें कि जॉनी के तीन लड़के ब्रैंडो, केनेडी और ब्रेडमैन हैं जबकि एक बेटी प्रिया हैं.


चार दशक का फिल्मी करियर


जॉनी बक्शी के चार दशक लंबा फिल्मी करियर है. उन्होंने ज्यादातर बतौर प्रोड्यूसर काम किया. उन्होंने 'मंजिलें और भी हैं (1974)', 'रावन (1984)', 'फिर तेरी कहानी याद आई (1993)' जैसी फिल्मों को प्रोड्यूस किया. उन्होंने राजेश खन्ना स्टारर दो फिल्मों 'डाकू और पुलिस(1992)' और 'खुदाई(1994)' को डायरेक्ट भी किया.


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