नई दिल्ली: अक्षय कुमार, सोनम कपूर और राधिका आप्टे जैसे बेहतरीन सितारों से सजी फिल्म ‘पैडमैन’ अब संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म ‘पद्मावत’ से नहीं टकराएगी. बीते रोज़ अक्षय कुमार ने खुद संजय लीला भंसाली के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपनी फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ाने का एलान कर दिया.


जहां एक तरफ अक्षय की इस दरियादिली की लोग तारीफ कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ये कहने से भी नहीं चूक रहे हैं कि ‘पैडमैन’ की टीम ने रिलीज की तारीख आगे बढ़ाकर खुद को ही डूबने से बचाया है. सोशल मीडिया से लेकर फिल्म ट्रेड के जानकारों तक की यही राय है कि अगर अक्षय की ‘पैडमैन’ और संजय लीला की ‘पद्मावत’ एक साथ रिलीज होती तो इसका बड़ा नुकसान ‘पैडमैन’ को ही उठाना पड़ सकता था.


‘पद्मावत’ से क्लैश होने पर ‘पैडमैन’ के पिटने की बातें यूं ही हवा में नहीं कही जा रही हैं, बल्कि इसके पीछे कुछ मजबूत कारण भी हैं:-



विवादों ने किया जमकर प्रमोशन


जब ‘पद्मावत’ की शूटिंग हो रही थी तभी से इस फिल्म का विरोध शुरू हो गया था. राजस्थान में शूटिंग के दौरान फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट तक कर दी गई थी. उसी वक्त से इस फिल्म की चर्चा होने लगी थी. बाद में जब फिल्म का ट्रेलर आया तो इसके विरोधी आग बबूला हो उठे. तरह तरह के इल्जामों की वजह से फिल्म सुर्खियों में बनी रही. कभी निर्देशक, तो कभी फिल्म की अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को जान से मारने की धमकी मिलने लगी, जिस वजह से इस फिल्म ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा.


‘पैडमैन’ का संदेश ही उसके लिए मुश्किलें खड़ी करता


वहीं दूसरी तरफ अक्षय कुमार की ‘पैडमैन’ एक सामाजिक संदेश से लबरेज फिल्म के तौर पर पेश की जा रही है. संदेश भी ऐसा जिसके बारे में हमारे देश में लोग खुलकर बात तक करने से घबराते हैं या शरमाते हैं. हिंदुस्तान में आम तौर पर माहवारी (पीरियड्स) को लेकर लोग खुलकर बात नहीं करते हैं. फिल्म का ये प्लस प्वाइंट ही ‘पद्मावत’ जैसी बड़ी फिल्म से टकराने में इसके लिए माइनस प्वाइंट बन सकता था, क्योंकि एक तरफ ऐसी फिल्म थी, जिसको लेकर हर कोई बात कर रहा है और फिल्म के बारे में जानने को उत्सुक है, तो वहीं दूसरी ओर वो फिल्म जिसका संदेश ही ऐसा है, जिससे लोग मुह छिपाते हैं.



‘ब्रैंड’ संजय लीला भंसाली का निर्देशक होना


‘पैडमैन’ के ‘पद्मावत’ से पिछड़ने की एक बड़ी वजह खुद फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली होते. संजय लीला बॉलीवुड में अपने बेहतरीन निर्देशन के लिए जाने जाते हैं. उनका फिल्म बनाने का अंदाज, फिल्मों में भव्यता, जानदार कहानी और कलाकारों का शानदार अभिनय उनकी फिल्मों को एक अलग ही लेवल पर ले जाकर खड़ा कर देता है. ‘हम दिल दे चुके सनम’, देवदास, ब्लैक और बाजिराव मस्तानी जैसी फिल्में बनाकर वो खुद में ही एक ऐसे ब्रैंड के तौर पर उभर चुके हैं जिनकी फिल्मों का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं.


‘पैडमैन’ संदेश के साथ क्या मनोरंजन भी दे पाती ?


ऐसे कयासों को भी जगह दी जा सकती है कि अक्षय की ‘पैडमैन’ को समीक्षकों की सराहना मिलती, लेकिन फिल्म से जुड़ा ये पहलू भी हम नकार नहीं सकते कि इस फिल्म का आधार एक सामाजिक मुद्दा है और सोशल मुद्दे पर बनी फिल्में अक्सर भारी टाइप की होती हैं, जिनसे सीख तो मिलती है, लेकिन दर्शकों का मनोरंजन नहीं होता. इस प्वाइंट पर भी ये फिल्म ‘पद्मावत’ से पिछड़ जाती.



रियल लाइफ जोड़ी दीपिका-रणवीर का फिल्म में होना


इसके अलावा पद्मावत की कास्ट भी पैडमैन के लिए खतरा साबित हो सकती थी. फिल्म में दीपिका, शाहिद और रणवीर सिंह जैसे सितारे हैं, लेकिन गौर करने की बात ये है कि फिल्म में एक बार फिर दीपिका और रणवीर हैं. दोनों रियल लाइफ में एक दूसरे को डेट करते हैं ये बात जगजाहिर है. भले ही इन्होंने खुद कभी इन बातों को कुबूल न किया हो, लेकिन इनके फैंस तो इन्हें रियल लाइफ कपल ही मानते हैं. अब इस रियल लाइफ कपल को फिल्म में एक दूसरे के खिलाफ दिखाने से इनके फैंस फिल्म को जरूर देखते. ऐसे में इसका नुकसान तो अक्षय की ‘पैडमैन’ को ही उठाना पड़ाता. इस बार भले ही ये दोनों एक साथ किसी सीन में नजर नहीं आएंगे, लेकिन फिल्म में जैसा किरदार दोनों निभा रहे हैं, इससे पहले इनको ऐसे किरदारों में नहीं देखा गया है. पहले ‘राम-लीला’ और ‘बाजीराव मस्तानी’ में दोनों को रोमांस करते हुए देखा गया था, लेकिन इस फिल्म में दोनों एक दूसरे के आमने सामने नजर आने वाले हैं.


‘पद्मावत’ का 3D और आई मैक्स 3D में रिलीज होना


जब ‘पद्मावत’ का ट्रेलर आया था तभी लोग इस फिल्म की भव्यता से वाकिफ हो गए थे. अभी बीते रोज़ फिल्म के दो डायलॉग प्रोमो भी जारी किए गए, जो इतने दमदार हैं कि लोगों को थिएटर तक लाने में अहम हो सकते हैं. फिल्म में दमदार एक्शन सीन्स फिल्माए गए हैं. इसके अलावा खास बात ये है कि फिल्म 3D और इसे आई मैक्स 3D में भी रिलीज हो रही है. संजय की फिल्मों को 3D में देखना एक अलग ही अनुभव हो सकता है. बड़े बड़े सेट, घोड़े-हाथी, तलवार और जंग के बेहतरीन सीन्स फिल्म को ‘पैडमैन’ से ज्यादा आकर्षित बनाते हैं.


इन सभी बातों को अगर ध्यान में रखा जाए तो ये कहना गलत नहीं होगा कि ‘पैडमैन’ की टीम ने जो तारीख बदलने का फैसला लिया है वो फिल्म के कारोबार करने के नजरिए से एक बेहतर फैसला है. अगर अक्षय कुमार के स्टारडम और फिल्म के संदेश पर भरोसा करके प्रोड्यूसर्स इसको ‘पद्मावती’ के पिंजरे में छोड़ देते तो फिल्म का हाल बेहाल होना लाजिमी था.


'पैडमैन' का ट्रेलर...




'पद्मावत' का ट्रेलर...