Operation Durdant On ABP: पंजाब के मशहूर सिंगर और नेता सिद्धू मूसेवाला की पिछले साल 29 मई को सरेआम हत्या कर दी गई. इस हत्या के करीब 10 महीने बाद पहली बार मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई सामने आया और हत्या के हर राज से पर्दा उठाया. एबीपी न्यूज़ के खास शो 'ऑपरेशन दुर्दांत' में जेल के अंदर से देश के सबसे बड़े गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग एक साल से चल रही थी. उसने कहा कि गोल्डी बरार ने मूसेवाला की हत्या कराई थी.
मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बरार शामिल था- बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई ने कहा, ''मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बरार शामिल था. मुझे हत्या के बारे में पहले से पता था, लेकिन इसमें मेरा कोई हाथ नहीं था. मूसेवाला हमारे एंटी गैंग को मजबूत कर रहा था. गोल्डी से मैंने कहा था कि मूसेवाला हमारा दुश्मन है. मैं विक्की मिड्डूखेड़ा के मर्डर से खफा था और उस मर्डर में मूसेवाला भी शामिल था.''
विक्की मिड्डूखेड़ा के हत्यारों को सपोर्ट करता था मूसेवाला- बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई ने आगे बताया, ''मूसेवाला विक्की मिड्डूखेड़ा के हत्यारों को सपोर्ट करता था. वह उस समय काफी बड़ा नाम था. पुलिस भी इसके इनफ्लुएंस में काम करती थी. उसने कांग्रेस ज्वाइन की, क्योंकि उस वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी थे.'' उसने कहा, ''सिद्धू को मारने की प्लानिंग गोल्डी और सचिन की थी. हां मुझे इस बारे में पता जरूर था.''
शायद मूसेवाला गैंगस्टर बनना चाहता था- बिश्नोई
विक्की मिड्डूखेड़ा के मर्डर से मूसेवाला को क्या फायदा था? इस सवाल के जवाब में बिश्नोई ने कहा कि शायद मूसेवाला गैंगस्टर बनना चाहता था. वह अपने गानों को सच करना चाहता था. उसने कहा, ''मुझे उसके गानों से कोई दिक्कत नहीं थी. गुरलाल और विक्की मिड्डूखेड़ा के मर्डर से पहले भी हमें मूसेवाला से कोई परेशानी नहीं थी. उससे पहले यह बिना गनमैन के चंडीगढ़ घूमता था, तब हमने हत्या की कोई कोशिश नहीं की.''
हमारे एंटी गैंग को मजबूत कर रहा था मूसेवाला- बिश्नोई
बिश्नोई ने कहा, ''मूसेवाला हमारे एंटी गैंग को मजबूत कर रहा था. वह उनसे वीडियो कॉलिंग पर बात करता था. मसूेवाला के मैनेजर ने ही विक्की की हत्या से पहले इलाके की रैकी कराई थी और अपने लोगों को बंदूकों के साथ वहां लेकर गया था.'' उसने कहा, ''विक्की नेता आदमी था. उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी.''