Meena Kumari Trivia: मीना कुमारी बॉलीवुड की ट्रेजेडी क्वीन कहलाती हैं. मीना कुमारी ने कोहिनूर (Kohinoor), पाकिजा (Pakeezah), साहब बीवी और गुलाम (Sahib Bibi Aur Ghulam) और बैजू बावरा (Baiju Bawra) जैसी क्लॉसिक फिल्मों में काम किया था. मीना कुमारी अपनी प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रही थीं. अपने जीवन में मीना कुमारी ने कई उतार-चढ़ाव देखे. कहा जाता है कि जब मीना का जन्म हुआ था, तब उनके पिता ने उन्हें अनाथ आश्रम में छोड़ दिया था. आखिर क्यों उन्होंने ऐसा किया, आईए जानते हैं. 

पिता ने छोड़ा अनाथ आश्रम

मीना कुमारी के पिता का नाम अली बख्स था, जो एक रंगमंच के कलाकार थे. जबकि उनकी मां बंगाली थिएटर की मशहूर एक्ट्रेस और डांसर थीं. मीना कुमारी एक मिडिल क्लास फैमिली में जन्मी थीं. उनकी घर की माली हालत ठीक नहीं थी. जब मीना होने वाली थीं तब उनके पिता के पास इतने भी पैसे नहीं थे कि वे अपनी पत्नी की डिलीवरी अस्पताल में करवा सकें. घर में दो बेटी पहले से थी, जिसके बाद मीना का जन्म हुआ. घर की गरीबी को देखते हुए मीना के पिता ने उन्हें अनाथ आश्रम छोड़ने का फैसला किया. हालांकि बाद में वे बेटी से दूर नहीं रह पाए और उन्हें घर वापस ले आए.

पत्थर लेकर सोती थीं मीना 

मीना कुमारी ने अपनी पर्सनल लाइफ में कई दर्द झेले. मीना और उनके पति कमाल अमरोही के बीच भी संबंध अच्छे नहीं थे. दोनों में आए दिन झगड़े होते थे. लड़ाई-झगड़े से परेशान होकर वे अपने पति से अलग रहने लगीं. कहते हैं कि मीना अपने जीवन के आखिरी दिनों में इतनी परेशान और अकेली हो गई थीं कि वे सोते वक्त अपने बिस्तर पर पत्थर के टुकड़े रखती थीं. इस बारे में मीना ने एक बार बताते हुए कहा था कि पत्थर बहुत अच्छे होते हैं. जब में रोती हूं तो वे भी रोते हैं और हंसती हूं तो मेरे साथ हंसते हैं. इनसे कुछ कहो तो चुप रहते हैं और सीने से लगाओ तो प्यार देते हैं. बता दें, मीना कुमारी का 31 मार्च 1972 में निधन हो गया था.