मुंबई: दिग्गज लेखक-गीतकार जावेद अख्तर ने अपनी पत्नी शबाना आजमी के साथ बुधवार रात संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म 'पद्मावत' देखी और उनका अनुभव पूरी तरह अलग रहा. उन्होंने सवाल किया कि प्रदर्शनकारी इस फिल्म के खिलाफ क्यों हैं? ये फिल्म तो 'राजपूत समुदाय के शौर्य और मूल्यों की गाथा है.'


अख्तर ने कहा, "मैंने फिल्म देखी और मुझे लगता है कि यह हाल के दिनों में भारतीय सिनेमा की एक सफल उपलब्धि है. मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि विरोध करने वाले लोग किस चीज का विरोध कर रहे हैं."


उन्होंने कहा, "यह फिल्म राजपूत समुदाय के शौर्य और मूल्यों की शुद्ध रूप से एक जोशपूर्ण गाथा है. यदि कोई यह कहता है कि यह फिल्म इस समुदाय (राजपूत) के सम्मान को ठेस पहुंचाती है तो यह इस फिल्म का अपमान है." फिल्म देखने के बाद शबाना भी बहुत उत्साहित थीं और उन्होंने कहा कि इसे ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री के रूप में भेजी जानी चाहिए.


उन्होंने कहा, "यह एक ऐसी फिल्म है, जिसे ऑस्कर के लिए भारत की ऑफिशियल एंट्री के रूप में भेजी जानी चाहिए. 'पद्मावत' देखकर मेरा दिल गर्व से भर उठा. यह एक ऐसी फिल्म है, जिसे हर भारतीय देख सकता है. मैं कहानी में पूरी तरह बह गई. यह शानदार और बेजोड़ है."


फिल्म इंडस्ट्री से इस फिल्म को उतना समर्थन न मिल पाने के सवाल पर शबाना ने कहा, "निर्देशक और उनकी टीम का समर्थन न करने का फिल्म इंडस्ट्री पर जो आरोप लगाया जा रहा है, वह उचित नहीं है. हमें ऐसा करने से रोका गया क्योंकि निर्माताओं का मानना था कि टकराव से बचना ही ठीक है."


उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि जब राजस्थान में संजय लीला भंसाली पर हमला किया गया था, उसी समय प्राथमिकी दर्ज करा दी गई होती तो हालात यहां तक नहीं पहुंच पाते."