Vivek Agnihotri The Kashmir Files: विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) एक बार फिर से चर्चाओं में आ गई है. गोवा में आयोजित हुए 53वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म को अश्लील और प्रोपगेंडा फिल्म कहा गया है. 20 नवंबर से गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया 2022 (IFFI 2022) का आयोजन हुआ. वहीं 28 नवंबर को इस फिल्म महोत्सव का समापन हुआ, जहां इस फेस्टिवल के प्रमुख जूरी रहे इस्त्राइली फिल्ममेकर नादव लापिड (Nadav Lapid) ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर बड़ी बात कह दी. उन्होंने कहा कि हमें ये फिल्म एक वल्गर और प्रोपेगेंडा बेस्ड फिल्म लगी.


अब ट्विटर पर उनका ये बयान बड़े ही तेजी के साथ वायरल हो रहा और इसपर लोग अपना-अपना रिएक्शन दे रहे हैं. कुछ लोग इस बयान को लेकर नादव की आलोचना कर रहे हैं तो कई विवेक अग्नीहोत्री पर तंज कस रहे हैं. कुल मिलाकर ट्विटर का माहौल गरमाया हुआ है.


कौन है नादव?


एक ट्विटर यूजर ने नादव के इस बयान की आलोचना करते हुए लिखा, “नादव कौन है? वो कश्मीर के बारे में क्या जानता है? क्या हमें ‘द कश्मीर फाइल्स’ की प्रासंगिकता साबित करने के लिए किसी इज़राइली व्यक्ति की जरुरत है?”




एक ऐसे ही दूसरे यूजर ने नादव लापिड के इस बयान का विरोध जताते हुए लिखा, “ये दिखाता है कि क्यों कश्मीरी पंडितों को कभी न्याय नहीं मिला और क्रूरता का शिकार होना जारी रहा. धन्यवाद विवेक अग्निहोत्री उनकी कहानी कहने के लिए. ‘द कश्मीर फाइल्स’ बहादुरी का काम है.”




जहां कई यूजर नादव पालिड का विरोध कर रहे हैं तो वहीं कई विवेक अग्निहोत्री पर भी तंज कसते दिखे. एक यूजर ने लिखा, “विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ जिसने कश्मीरी पंडितों के आंसू बेचकर पैसे कमाए इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की जूरी ने उस फिल्म को सस्ता और प्रोपेगेंडा करार दे दिया.”






ये भी पढ़ें-


Pushpak के 35 साल पूरा होने पर कमल हासन ने लिखा ये इमोशनल नोट, एक्टर ने फिल्म में निभाई थी यादगार भूमिका