नई दिल्ली: जब से अभिनेत्री कंगना रनौत ने करन जौहर से कहा कि वो बॉलीवुड इंडस्ट्री में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) के झंडे को बुलंद किए हुए हैं तभी से इस पर बहस चालू है. हाल ही में जब कंगना एक टीवी शो में पहुंची तो वहां भी उन्होंने इस बात को दोहराई. इस पर काफी बहस हो चुकी है और इस पर कई बड़े सितारे अपनी राय जाहिर कर चुके हैं. अब इसमें नया नाम करीना कपूर का जुड़ा है जिन्होंने फिल्मफेयर मैगजीन से बात करते हुए कहा है कि नेपोटिज्म हर क्षेत्र में है लेकिन बॉलीवुड को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है.
करीना कपूर ने कहा, ''क्या नेपोटिज्म बाकी क्षेत्रों में नहीं है? बिजनेस चलाने वालों के बच्चे उनका बिजनेस संभालते हैं. एक राजनेता का बेटा उसकी जगह लेता है. वहां तो हम नेपोटिज्म का आरोप नहीं लगाते. यहां तक कि इस इंडस्ट्री में कई ऐसे बड़ी हस्तियों के बच्चे हैं जिन्हें वो स्टारडम नहीं मिली जो उनके पैरेंट्स को मिली. तो मुझे समझ नहीं आता कि लोग फिर इसके बारे में क्यों बात करते हैं. मूलरूप से ये इंडस्ट्री ऐसी निर्मम जगह है जहां आप सिर्फ अपने टैलेंट के बलबूते टिक सकते हैं. अगर ऐसा नहीं होता तो देश में कई बड़े सितारों के बच्चे नंबर वन एक्टर में शुमार किए जाते.''