Ideas of India 2023: एबीपी नेटवर्क (ABP Network) के खास कार्यक्रम 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' (Ideas of India 2023) में कई बॉलीवुड सितारे भी शामिल हुए. इस कार्यक्रम में पहुंचीं दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख (Asha Parekh) ने ‘पठान’ विवाद (Pathaan Controversy) पर बात की. सेंसर बोर्ड की चीफ रह चुकीं आशा पारेख ने पैरेंट्स पर सवाल उठाए और ‘पठान’ पर हो रहे विवाद को गलत बताया.


‘पठान’ विवाद पर बोलीं आशा पारेख


‘पठान’ पर हो रहे विवाद पर सवाल किए जाने पर आशा पारेख ने कहा, “पहली बात कि ‘पठान’ सेंसर्ड नहीं था, जब ये बवाल हुआ, क्योंकि यूट्यूब पर गाने आ गए थे. सेंसर बोर्ड क्यों है. अगर आप लोग बैठकर सेंसर बोर्ड करने वाले हैं. तो फिर सेंसर बोर्ड का मतलब नहीं रहता. मैं ये सोचती हूं कि सेंसर बोर्ड घर में होना चाहिए, मां बाप को होना चाहिए. मां-बाप को ध्यान देना चाहिए कि बच्चे क्या देख रहे हैं और क्या नहीं. आजल इंटरनेट है, सब सुविधाएं हैं. अगर मां-बाप नहीं देखें कि बच्चे क्या देख रहे हैं तो सेंसर बोर्ड का कोई मतलब नहीं है.”


आशा ने ‘पठान’ विवाद को बताया गलत


आशा पारेख ने आगे कहा, “हम बैठकर सेंसरशिप करते हैं, लेकिन उसके बावजूद कई चीजें निकल जाती हैं. मां-बाप बैठे हैं, बच्चे देख रहे हैं, कोई फर्क नहीं पड़ता है. इसलिए पठान के लिए ये गलत हो रहा है क्योंकि फिलहाल हमारी इंडस्ट्री बुरे वक्त से गुजर रही है. तो अगर पिक्चर चलेगी नहीं, तो इंडस्ट्री मर जाएगी. इंडस्ट्री में एक पिक्चर के लिए कितने लोग काम करते हैं. उनकी रोजी रोटी सब चली जाएगी. अगर फिल्म इंडस्ट्री ही बंद हो जाएगी. अगर आप हर पिक्चर को बैन कर देंगे तो हम लोगों का क्या होगा. मुझे तो दुख होता है. ऐसी चीजें नहीं होना चाहिए.”






‘मदर इंडिया’ में नरगिस का रोल करना चाहती थीं आशा


जब आशा जी से पूछा गया कि क्या वह इंडस्ट्री में कोई रोल ऐसा था, जिसे वह करना चाहती थीं. इस पर आशा जी ने कहा, ‘‘मदर इंडिया’ में जो नरगिस जी (Nargis) ने जो किरदार निभाया था, वो मुझे आज भी याद है. काश मुझे भी ऐसा रोल मिलता.” इसके पीछे की वजह बताते हुए आशा पारेख ने कहा कि लोग औरतों को कमजोर समझते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. महिलाएं बहुत कुछ कर सकती हैं, जो फिल्म में बखूबी दिखाया गया है.


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