मुंबई: एक शहीद की बीस साल की बेटी गरमेहर कौर की देशभक्ति को लेकर ये दंगल जारी है, अब इस दंगल में दिग्गज लेखक-शायर जावेद अख्तर भी कूद पड़े हैं. जावेद अख्तर ने गुरमेहर कौर का समर्थन किया है और साथ केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू के 'पूर्ण रूप से पक्षपातपूर्ण' बयान की आलोचना की है.
इसके अलावा फिल्म निर्माता पूजा भट्ट और अभिनेता रोहित रॉय ने भी क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग और अभिनेता रणदीप हुड्डा की निंदा की, जिन्होंने कौर का मजाक उड़ाया था. कौर के पिता कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे.
कल उस वक्त ये मामला और गरम हो गया जब गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने ट्वीटर पर लिखा कि गुरमेहर के दिमाग को वामपंथ प्रदूषित कर रहा है.
इसके बाद जावेद अख्तर ने कहा कि आश्चर्य है कि कैसे रिजिजू जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति ने गुरमेहर के बारे में ऐसी टिप्पणी की. जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, "यदि कोई बमुश्किल पढ़ा-लिखा खिलाड़ी या पहलवान शहीद की शांतिवादी बेटी के खिलाफ कुछ बोलता है तो यह समझ में आता है, लेकिन कुछ पढ़े-लिखे लोगों को क्या हुआ है, यह समझ नहीं आता. मैं उस लड़की के बारे में तो नहीं जानता, लेकिन मंत्री जी मैं जानता हूं कि कौन आपके दिमाग को प्रदूषित कर रहा है."
उन्होंने कहा, "मंत्री जी आप सैनिक की हत्या पर जश्न का झूठा आरोप लगाते हुए वामपंथ की निंदा कर रहे हैं, लेकिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोलते. पूरी तरह पक्षपातपूर्ण."
दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में पिछले हफ्ते की हिंसा के बाद, दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा गुरमेहर कौर ने फेसबुक पर एक तस्वीर साझा किया, जिसमें वह हाथ में एक प्लकार्ड लिए खड़ी हैं. प्लेकार्ड पर लिखा हुआ है, "मैं दिल्ली विश्वद्यिालय की छात्रा हूं. मैं एबीवीपी से नहीं डरती. मैं अकेली नहीं हूं. भारत के सभी विद्यार्थी मेरे साथ हैं."
इस पोस्ट को सैकड़ों बार शेयर किया गया. कौर ने पोस्टर के साथ एक दूसरी पोस्ट भी साझा की, जिसमें लिखा था, "पाकिस्तान ने मेरे पिता को नहीं मारा, युद्ध ने मेरे पिता को मारा." इस पोस्ट का मजाक उड़ाते हुए बाद में सहवाग ने एक प्लेकार्ड लेकर तस्वीर साझा की, जिस पर लिखा था, "मैंने दो तिहरे शतक नहीं लगाए, बल्कि मेरे बल्ले ने ऐसा किया." और कहा, "बात में है दम! भारत जैसी जगह नहीं."
फिल्मकार अनुभव सिन्हा ने टिप्पणी की, "बेशक, देश विरोधी नागरिकों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन जो खुद को अनुपयुक्त/असुविधाजनक लगे, उस सबको राष्ट्र विरोधी नहीं कहा जा सकता."
आम आदमी पार्टी (आप) के साथ रह चुके संगीत निर्देशक और गायक विशाल डडलानी ने कहा, "आम आदमी भारत और पाकिस्तान में शांति का ही समर्थन करते हैं. केवल नेता ऐसा नहीं चाहते."