नई दिल्ली: अभी हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पद से पहलाज निहलानी को हटा कर, उनकी जगह पर बॉलीवुड के मशहूर गीतकार प्रसून जोशी को सेंसर बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया है.

“मंत्रालय ने मुझसे कहा था कि फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को पास मत करो”: पहलाज 


पहलाज निहलानी ने अध्यक्ष पद से हटाए जाने बाद, हैरान कर देने वाले कई खुलासे किए हैं. यू-ट्यूब के एक चैनल से बात करते हुए पहलाज ने कहा, “मंत्रालय ने मुझसे कहा था कि फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को पास मत करो.” उनका कहना है कि इस फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए कई जगह से प्रेशर आए, लेकिन मैंने गाइडलाइन्स के हिसाब से ही काम किया और फिल्म पास की.



‘उड़ता पंजाब’ को उस समय रोकने की जगह पास तो कर दिया गया ,लेकिन इस फिल्म को 89 कट के साथ रिलीज करने की अनुमति दी गई. उस समय देश में इस फिल्म को लेकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर एक बड़ी बहस छिड़ गई थी, जिससे पहलाज काफी विवादों में घिर गए थे.


कोर्ट के ने दिया फैसला, 89 नहीं 1 कट के साथ रिलीज होगी 'उड़ता पंजाब'


मामला कोर्ट में पहुंचने पर ‘उड़ता पंजाब’ को सेंसर बोर्ड के खिलाफ जीत मिली. कोर्ट ने पहलाज की अध्यक्षता वाली सेंसर बोर्ड के दिए गए 89 कट की जगह फिल्म को सिर्फ एक कट के साथ रिलीज करने का आदेश दिया.


इसके अलावा इस इंटरव्यू में उन्होंने सुपरस्टार सलमान खान की फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ के बारे में भी एक बड़ा खुलासा किया है.


सलमान की 'बजरंगी भाईजान' की रिलीज पर भी था दबाव 


उन्होंने बताया कि फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ को ईद के मौके पर रिलीज न किए जाने का निर्देश गृह मंत्रालय ने दिया था. पहलाज के अनुसार मंत्रालय को आपत्ति फिल्म के टाइटल से थी, जिससे ईद के मौके पर लॉ-एंड-ऑर्डर बिगड़ सकता था.



पहलाज ने आगे बताया कि बजरंगी भाईजान के टाइटल की वजह देश में फैली कई तरह की गलतफहमी से मंत्रालय को शक था कि इसमें लव जेहाद जैसा कुछ हो सकता है, लेकिन मैं फिल्म की कहानी जानता था. उनका कहना है कि लेखक ने उन्हें कहानी सुनाई थी. यही वजह है कि पहलाज ने  किसी बात की परवाह किए बिना फिल्म को रिलीज करने की इजाजत दे दी.


गौरतलब है कि पहलाज ने अपने कार्यकाल के दौरान कई फिल्मों पर कैंची चलाई थी, जिसकी वजह से वे अक्सर विवादों में भी बने रहते थे.


पहलाज ने मोदी के समर्थन में ‘हर हर मोदी घर घर मोदी’ नाम का एक यू-ट्यूब वीडियो बनाया था


पहलाज ने 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सपोर्ट करने के लिए ‘हर हर मोदी घर घर मोदी’ नाम का एक यू-ट्यूब वीडियो बनाया था. सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पद पर पहलाज को जनवरी 2015 में नियुक्त किया गया था. अपनी नियुक्ति के बाद से उन्होंने फिल्मों को कड़ाई के साथ सेंसर करना शुरू कर दिया था.


पहलाज ‘एसोसिएशन ऑफ पिक्चर्स एंड टीवी प्रोग्राम प्रोड्यूसर्स’ के 29 साल तक अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने साल 2009 में इस पद से इस्तीफा दे दिया था.


पहलाज की पहचान बॉलीवुड में एक फिल्म निर्माता के तौर पर रही है. बतौर फिल्म निर्माता उनकी पहली फिल्म ‘हथकड़ी’ थी, जो साल 1982 में आई थी. इसके अलावा ‘शोला और शबनम’, ‘आंखे’, ‘दिल तेरा दीवाना’ जैसी कई फिल्मों के भी वो निर्माता रह चुके हैं.