नई दिल्ली: सेंसर बोर्ड ने बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी की अपकमिंग फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज’ पर कैंची चलाई है. सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट देने के साथ कुल 48 कट्स लगाने को कहा है. सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म के लिए शूट किए गए किसिंग और लव मेकिंग सीन हटाने के लिए कहा है. इसके साथ ही सेंसर बोर्ड के सदस्यों ने इस फिल्म की महिला प्रोड्यूसर किरन श्रॉफ से अपमानजनक लहजे में बात की. किरन श्रॉफ से पूछा गया कि वो महिला होकर ऐसी फिल्म कैसे बना सकती हैं.


किरन श्रॉफ ने बॉम्बे टाइम्स से बातचीत में कहा, ''फिल्म देखने के बाद उन लोगों (CBFC) ने घंटे भर तक इस पर आपस में बहस की. पहले तो उन्होंने बताया कि फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दे रहे हैं. इसके बाद बताया है कि इसमें 48 कट लगे हैं. हमने इसके बाद पूछा कि जब फिल्म एडल्ट लोगों के लिए है तो उसमें 48 कट लगाने की क्या जरूरत. फिर उन्होंने ये समझाने की कोशिश की कि कट क्यों लगाए गए हैं. इसी बीच में वहां मौजूद एक महिला ऑफिसर ने मुझसे पूछा, 'आप औरत होकर ऐसी फिल्में कैसे बना सकती हैं'. इससे पहले कि मैं कुछ बोल पाती उस कमेटी के ही एक सदस्य ने कहा, 'लेकिन ये औरत थोड़ी ना है. देखो तो कैसे कपड़े पहने हैं इसने.' ये सुनकर मैं भोचक्की रह गई. ऐसी सोच रखने वाले लोग हैं ये. वहां मौजूद कमेटी की एक सदस्य ने मेरे जैसे ही कपड़े पहन रखे थे मैं उनसे पूछने वाली थी कि क्या वो भी औरत नहीं है. लेकिन मैंने एक शब्द भी नहीं कहा. इस तरह यहां पर प्रोड्यूसरों को अपमानित किया जाता है. अगर वो लोग मुझे मेरे कपड़ों से जज कर रहे हैं तो मैं अंदाजा लगा सकती हूं कि मेरे फिल्म को पास करने के लिए उनका पैरामीटर क्या होगा.''



किरन श्रॉफ के साथ हुए इस बर्ताव का जिक्र सेंसर बोर्ड के मेंबर अशोक पंडित ने भी किया है. उन्होंने इस पर कहा, ''पहलाज निहलानी ने एक बार फिर से फिल्म पर इस तरह का सख्त रवैया अख्तियार किया है. उन्होंने फिल्म में न सिर्फ 48 कट्स लगाए हैं बल्कि उनके स्क्रीनिंग कमेटी के मेंबर ने फिल्म के विषय और मुख्य एक्टर के कपड़ों को लेकर प्रोड्यूसर को अपमानित भी किया है.”


आपको बता दें कि इस फिल्म में नवाज के अपोजिट विदिता बैग हैं. इसे कुशाल नंदी ने डायरेक्ट किया है.


सेंसर बोर्ड के इस फैसल से नवाज भी हैरान हैं, उन्होंने इस पर कहा, “हम तो फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिलने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन सेंसर बोर्ड ने तो 48 कट्स लगा दिए हैं. ऐसे तो पूरी फिल्म ही खत्म हो जाएगी. 48 कट्स के बाद पिक्चर में कुछ बचता ही नहीं है.”


बता दें कि ये पहला मौका नहीं है, जब नवाज की यह फिल्म चर्चा का विषय बनी है. इससे पहले ये फिल्म सुर्खियों में तब आई थी जब अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह ने ये फिल्म छोड़ दी थी. बाद में चित्रागंदा की जगह विदिता बैग को नवाजुद्दीन के अपोजिट कास्ट किया गया था.


ये फिल्म इसी महीने 25 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.