नई दिल्ली: श्रीदेवी की मौत के बाद अब पति बोनी कपूर अभी तक इस दुख से उभर नहीं पाए हैं लेकिन अब उनके जाने के बाद उन्होंने फैसला किया है कि वो उन्हें परदे पर जीवित करने वाले हैं. उन्होंने अब श्रीदेवी के जीवन पर फिल्म बनाने वाले हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक बोनी कपूर ने श्रीदेवी की आवाज़ संभाव कर रखी है ताकि मरने के बाद भी श्रीदेवी उनके बीच रहें. बॉलीवुड सूत्रों से जानकारी मिली है कि बोनी कपूर श्रीदेवी की अनसुनी जिंदगी पर एक असली फिल्म बनाने वाले हैं.


ऐसी होगी फिल्म

ये फिल्म एक डॉक्यूमेंट्री की तरह होगी जिसमें श्रीदेवी की असली आवाज का इस्तेमाल किया जाएगा. श्रीदेवी की जिंदगी से जुड़े असली वीडियो का इस्तेमाल होगा यानी इस बार श्रीदेवी अभिनय नहीं करेंगी बल्कि बिल्कुल रियल होंगी और इस तरह अपने करोड़ों चाहने वालों के लिए श्रीदेवी फिर से सिनेमा के पर्दे पर दिखाई देंगी वो भी अपनी असली आवाज़ और चलते हुए चित्रों के साथ.

बताया जा रहा है कि दुनिया छोड़ देने के बाद दुनिया में श्रीदेवी को फिर से जिंदा करने का जिम्मा बोनी कपूर ने शेखर कपूर को दिया है. 21 साल पहले शेखर कपूर ने ही श्रीदेवी को लेकर मिस्टर इंडिया बनाई थी. फर्क ये होगा कि इस बार शेखर कपूर के लाइट कैमरा एक्शन की आवाज़ पर एक्टिंग करने के लिए श्रीदेवी नहीं बल्कि उनका वीडियो और उनकी आवाज़ होगी. अजीब संयोग है कि दुनिया छोड़ने से पहले श्रीदेवी ने शेखर के निर्देशन में 'मिस्टर इंडिया पार्ट-2' करने की इच्छा जताई थी.



अनसुनी कहानी आएगी सामने

इस बार बोनी कपूर पर्दे के पीछे रहकर श्रीदेवी की जिंदगी के उन पहलुओं को सामने लाएंगे जिसके बारे में अब तक चाहने वाले कम ही जानते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस डॉक्यूमेंट्री में श्रीदेवी के शर्मीली लड़की से शानदार अभिनेत्री बनने के सफर को दिखाया जाएगा. श्रीदेवी के जिस डांस की दुनिया दीवानी है. बरसों पहले श्रीदेवी ने अपने डांस को लेकर बात की थी. श्रीदेवी ने फिल्मों आने के लिए सिर्फ डांस ही नहीं सीखा था बल्कि अभिनय के लिए वो हिंदी भाषा भी सीखी जिससे कभी उनका वास्ता नहीं पड़ा था. हिंदी, डांस और एक्टिंग के अलावा एक्शन-इमोशन. हर क्षेत्र में श्रीदेवी महारत लेकर आईं.. और नतीजा ये हुआ कि देखते ही देखते पहली महिला सुपरस्टार बन गईं.

मीडिया रिपोर्ट्स में बोनी कपूर की डॉक्यूमेंट्री में उनकी जिंदगी के क्या-क्या हिस्सों को दिखाया जाएगा इसका तो जिक्र नहीं है लेकिन मुमकिन है कि एक मां के रूप में श्रीदेवी का त्याग जरूर होना चाहिए क्योंकि श्रीदेवी बच्चों के लिए 15 साल तक फिल्मों से दूर रही थीं.