मुंबई : टॉयलेट (शौचालय) निर्माण और खुले में शौच को खत्म करने के महत्व पर जोर देती आगामी फिल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' के अभिनेता अक्षय कुमार ने उम्मीद जताई है कि यह फिल्म भारतीय समाज में इस 'वर्जित विषय' को लेकर लोगों की मानसिकता में बदलाव लाएगी.
अक्षय ने कहा, "शौचालय के बारे में बात करना भारत में अब भी वर्जित माना जाता है. मुझे याद है कि फिल्म में जब मैंने संवाद बोला 'अब बीवी घर आए ना आए संडास लाकर ही छोड़ूंगा इस गांव में,' लोग सोचने लगे थे कि मुझे यह बोलना चाहिए कि नहीं. लेकिन निजी तौर पर मेरा मानना है कि यह आवश्यक है.. मेरा मतलब टॉयलेट कौन नहीं जाता है?" अभिनेता ने हालांकि उम्मीद जताई है कि चीजें बदलेंगी. उन्होंने कहा कि युवा मजबूत दिमाग वाले हैं, वे शौचालय के इस्तेमाल की जरूरत समझते हैं. कुछ लोगों ने इस बारे में बात करनी शुरू कर दी है, जो अच्छी बात है. जागरूकता का प्रसार करना चाहिए.अक्षय ने जताई उम्मीद, 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' से होगी लोगों की मानसिकता में बदलाव
ABP News Bureau | 31 Jul 2017 07:42 PM (IST)