मुंबई: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन 15 फरवरी को हिंदी सिनेमा में अपने 50 साल पूरे कर लेंगे. अभिनय की दुनिया में इतने लंबे समय तक खुद को टिकाए रखना कोई आम बात नहीं है. 15 फरवरी 1969 को अमिताभ बच्चन ने फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ साइन की थी. ‘सात हिंदुस्तानी’ के बाद बिग बी अब तक लगभग 200 से ज्यादा फिल्में कर चुके हैं. ऐसा नहीं है कि बिग बी से पहले किसी कलाकार ने हिंदी सिनेमा में 50 साल का सफर न तय किया हो. उनसे पहले भी कई अभिनेताओं और कलाकारों ने फिल्म इंडस्ट्री में पचास और साठ सालों तक का सफर तय किया है. लेकिन इस उपलब्धि को हासिल करने वाले सितारों की तादाद बेहद कम है.


अमिताभ बच्चन ने अपने अब तक के करियर में कई उतार चढ़ाव देखे, फिर भी हिंदी सिनेमा में उनकी प्रासंगिकता कभी कम नहीं हुई. वक्त और मौके के हिसाब से उन्होंने खुद को बदला. अपने फिल्मी सफर में उन्होंने उन पटकथाओं को तरजीह दी, जिनसे उनका करियर ग्राफ ऊपर जाता रहा. 73 साल की उम्र में बॉलीवुड में टॉप के सितारों के साथ खड़े रहना यही दर्शाता है. नज़र घुमाकर देखिए, 70 और 80 के दशक के कितने सितारे हैं जो अमिताभ बच्चन जितना चमक रहे हैं ? शायद ही आपको कोई नज़र आए.



(राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से फिल्म 'पीकू' के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड लेते अमिताभ बच्चन)

जिस शख्स की आवाज़ को ऑल इंडिया रेडियो ने ठुकरा दिया. जिस शख्स की लंबाई की दुहाई देकर लोगों ने उन्हें फिल्मों में लेने से इंकार कर दिया, आज उस शख्स की आवाज़ सिनेमाघरों में जब गूंजती है, तो दर्शक तालियां बजाते हैं. 6 फुट 2 इंच लंबे अमिताभ देखते ही देखते कब हिंदी सिनेमा के एंग्री यंग मैन बन गए किसी को पता भी नहीं चला.


वैसे तो अमिताभ बच्चन के करियर में कई ऐसी फिल्में हैं, जिनका कोई सानी नहीं. उनके दमदार अभिनय से सजी फिल्मों की लिस्ट इतनी लंबी है कि गिनती करना मुश्किल है. लेकिन उनकी कुछ ऐसी फिल्में भी हैं, जिन्हें सिर्फ दर्शकों से ही प्यार नहीं मिला, बल्कि देश के सबसे बड़े सम्मान नेशनल अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया. बिग बी को चार बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की कैटगरी में नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है. यही नहीं उनको 14 बार फिल्मफेयर का अवॉर्ड दिया गया है.



(राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल से फिल्म 'पा' के लिए नेशनल अवॉर्ड लेते अमिताभ बच्चन) 

इन फिल्मों में दमदार अभिनय के लिए मिला है नेशनल अवॉर्ड:-
अग्निपथ (1990): मुकुल आनंद के निर्देशन में बनी इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन को पहली बार बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था. फिल्म में उनके किरदार का नाम विजय दीनानाथ चौहान था. जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था.


ब्लैक (2005): दूसरी बार संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म ब्लैक के लिए बिग बी को नेशनल अवॉर्ड का सम्मान दिया गया था.


पा (2009): तीसरी बार बिग बी को नेशनल अवॉर्ड तब मिला जब उन्होंने अपने रियल लाइफ के बेटे अभिषेक बच्चन के साथ फिल्म पा में काम किया. आर. बाल्की के निर्देशन में बनी इस फिल्म में बिग बी ने अभिषेक के बेटे का किरदार अदा किया था. फिल्म में वो एक बीमारी से पीड़ित थे, जिसमें इंसान उम्र से पहले बूढ़ा दिखने लगता है.


पीकू (2015): आखिरी बार अमिताभ बच्चन को शूजीत सरकार की फिल्म पीकू के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था. फिल्म में वो दीपिका के पिता के किरदार में थे.


इन फिल्मों के लिए मिला है फिल्मफेयर अवॉर्ड्स:-
आनंद (1972)
- बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर


नमक हराम (1974)- बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर


अमर अकबर एंथनी (1978)- बेस्ट एक्टर


डॉन (1979)- बेस्ट एक्टर


हम (1992)- बेस्ट एक्टर


1999 में सुपरस्टार ऑफ द मिलेनियम का अवॉर्ड (फिल्मफेयर का पहला ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ बिग को मिला)


मोहब्बतें (2001)- बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर


अक्स (2002)- बेस्ट एक्टर क्रिटिक्स अवॉर्ड्स


साल (2004)- में फिल्मफेयर पावर अवॉर्ड


ब्लैक (2006)- बेस्ट एक्टर


ब्लैक (2006)- बेस्ट एक्टर क्रिटिक्स अवॉर्ड्स


पा (2010)- बेस्ट एक्टर


हिंदी सिनेमा में 40 साल पूरे करने पर खास अवॉर्ड


पीकू (2016)- बेस्ट एक्टर