बॉलीवुड एक्टर चंद्रचूड़ सिंह (Chandrachur Singh) ने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया. उसके बाद भी आज वो पूरी तरह से लाइमलाइट से दूर अपनी जिंदगी गुज़ार रहे हैं. एक वक्त था जब बड़े-बड़े निर्माता-निर्देशक चंद्रचूड़ को अपनी फिल्म में कास्ट करना चाहते थे. हालांकि कई हिट फिल्में देने के बाद भी चंद्रचूड़ फिल्म इंडस्ट्री में वो मुकाम हासिल नहीं कर सके जिसकी उन्हें उम्मीद थी.
चंद्रचूड़ सिंह ने साल 1996 में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के प्रोडक्शन में बनी फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से अपने करियर की शुरुआत की थी. हालांकि, ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी लेकिन चंद्रचूड़ के काम की सराहना हुई. इसके बाद वो फिल्म 'मासिक' में दमदार किरदार निभाते हुए दिखाई दिए. इस फिल्म में उनके साथ तब्बू (Tabu) भी मुख्य भूमिका में थी. फिल्म को दर्शकों ने काफी प्यार दिया. आज भी इस फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिए चंद्रचूड़ को याद किया जाता है. माचिस के बाद उन्होंने 'क्या कहना', 'जोश' और 'दाग: द फायर' जैसी हिट फिल्मों में काम किया. लेकिन उसके बाद वो बॉलीवुड से धीर-धीरे गायब होते चले गए.
सूत्रों के मुताबिक, चंद्रचूड़ सिंह ने अपने करियर को लेकर कहा था- 'मैं अच्छे किरदार निभाना चाहता था. मुझे बहुत से रोल ऑफर भी हुए लेकिन मुझे कुछ अलग करना था. जब मुझे फिल्मों में मनचाहे रोल नहीं मिले तो मैंने फिल्मों से दूर रहना ही बेहतर समझा'. आपको बता दें साल 2000 में गोवा में बोट राइडिंग के वक्त चंद्रचूड़ का एक्सीडेंट हो गया था. उस हादसे में चंद्रचूड़ के कंधे में बहुत चोट लगी थी. खबरों की मानें तो इस भयानक हादसे से बाहर निकलने में चंद्रचूड़ सिंह को लगभग 10 साल लग गए. लंबे समय तक फिल्मों से ब्रेक लेने के बाद चंद्रचूड़ ने साल 2012 में फिल्म 'चार दिन की चांदनी' से वापसी की. लेकिन ये भी बॉक्स ऑफिस पर टिक नहीं पाई. वहीं इस साल आई वेब सीरीज 'आर्या' में सुष्मिता सेने के साथ चंद्रचूड़ नजर आए थे.
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