टीवी का सुपरहिट शो 'भाभीजी घर पर हैं' (Bhabiji Ghar Par Hain) पिछले 5 सालों से दर्शकों को एंटरटेन कर रहा है. वहीं शो के सभी किरदार अपने अनोखे अंदाज से इस शो को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते. ऐसा ही एक किरदार है 'तिवारी जी' का जिसे एक्टर रोहिताश गौड (Rohitash Gaud) शो की शुरुआत से निभा रहे हैं. आज भले ही रोहिताश लाखों रुपये कमाते हों लेकिन यहां तक का सफर उनके लिए आसान नहीं था. अपने करियर के शुरुआती दौर में रोहिताश को बहुत संघर्ष करना पड़ा था.

सूत्रों के मुताबिक, जब साल 1989 में एक्टर बनने का सपना लिए रोहिताश गौड मुंबई आए तो यहां रहने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे. पैसे बचाने के लिए वो पीजी में रहने लगे. वो जिस कमरे में रहते थे वहां पहले से ही 6 लोग रहते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रोहिताश जिस घर में रहते थे उसकी मकान मालकिन के बेटे का जन्मदिन था, जिसकी वजह से उन्होंने सबको कमरा खाली कर छत पर सोने को कह दिया. रात में हवाई जहाज की आवाज़ की वजह से रोहिताश सो नहीं पा रहे थे. जैसे-तैसे रोहिताश छत पर सो तो गए लेकिन सुबह वो खुद से उठ नहीं पाए.

रोहिताश ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि- 'छत पर पानी की टंकी के रिसाव की वजह से उनकी पीठ गीली हो गई थी. जब उनके दोस्त उन्हें डॉक्टर के पास लेकर गए तो डॉक्टर ने उनका एक्स-रे देखकर बोला कि आपकी पीठ जाम हो गई है. मल्टीपल डिस्क एक-दूसरे से जुड गए हैं.'

इतना ही नहीं उन्होंने रोहिताश को मुंबई से चले जाने की सलाह भी दी क्योंकि वहां का मौसम उनके लिए ठीक नहीं था. डॉक्टर की बात सुनकर रोहिताश काफी डर गए और वापस दिल्ली आ गए. पूरी तरह ठीक होने के बाद वो दोबारा मुंबई आए, जिसके बाद पद्मिनी कोल्हापुरी की बहन तेजस्वी के कहने पर सतीश कौशिक ने उन्हें फिल्म 'मुझे चांद चाहिए' में पहला ब्रेक दिया.