बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकारों में से एक प्राण (Pran), जिन्होंने विलेन बनकर जितनी वाहवाही लूटी उतनी ही पॉजिटिव किरदारों के लिए भी सुर्खियां बटोरी. एक शानदार एक्टर और एक लाजवाब इंसान प्राण की जिंदगी से जुड़ा एक किस्सा, जिसके बारे में आपने इससे पहले नहीं सुना होगा.


ये बात साल 1973 की है, जब प्राण को फिल्म 'बे-ईमान' के लिए फिल्मफेयर (Filmfare) अवॉर्ड मिल रहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया, क्योंकि उसी साल रिलीज हुई फिल्म 'पाक़ीज़ा' को फिल्मफेयर ने न तो म्यूजिक के लिए 'गुलाम मोहम्मद' को और न ही मीना कुमारी को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया. प्राण इस तरह के पक्षपात के खिलाफ थे.


इतना ही नहीं, उन्होंने फिल्मफेयर कमीटी को पत्र लिखकर इस पर आपत्ती भी जताई और अवॉर्ड लेने से इनकार कर दिया. प्राण को लगता था कि मीना कुमारी फिल्म 'पाक़ीज़ा' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड डिजर्व करती हैं, जो उन्हें नहीं मिल रहा है. बता दें कि फिल्म 'पाक़ीज़ा' में मीना कुमारी के अलावा राज कुमार, अशोक कुमार नादिरा खान ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इस फिल्म का संगीत आज भी लोगों को पसंद आता है.


खैर, प्राण ने जो साहस दिखाया वो हर किसी के बस की बात नहीं होती. अपने हक के लिए लड़ना हर कोई जानता है और लड़ता भी है लेकिन किसी और के हक के लिए आवाज कम ही लोग उठा पाते हैं.