Lok Sabha Elections 2024: पश्‍च‍िम बंगाल कांग्रेस के अध्‍यक्ष अधीर रंजन चौधरी का उनके संसदीय क्षेत्र बहरामपुर से जुड़ा एक वीड‍ियो शन‍िवार (13 अप्रैल) को सोशल मीड‍िया पर वायरल हुआ है. तृणमूल कांग्रेस के आधि‍कारिक 'एक्‍स' हैंडल पर इस वीड‍ियो को शेयर क‍िया गया है. इस वीड‍ियो में टीएमसी ने दावा क‍िया है क‍ि यह कांग्रेस नेता का सड़क पर गुंडागर्दी का सरासर प्रदर्शन था. इस पर अधीर रंजन चौधरी ने सफाई देते हुए घटना के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया.  


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताब‍िक, कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष अधीर रंजन चौधरी जब अपने लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने के ल‍िए पहुंचे थे तो अचानक अज्ञात युवकों के एक ग्रुप ने उनकी कार को रोक ल‍िया था. उन्‍होंने कांग्रेस नेता के ख‍िलाफ 'गो बैक' के नारे लगाए. इस सीट से फ‍िर से चुनाव लड़ रहे अधीर रंजन ने टीएमसी पर आरोप लगाया कि यह परंपरा सत्तारूढ़ दल की ओर से पिछले साल राज्‍य के नगर निकाय चुनावों के दौरान शुरू की गई थी. 


'मुझे रोकने को टीएमसी की एक चाल' 


कांग्रेस नेता ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा क‍ि यह और कुछ और नहीं बल्कि मुझे रोकने की एक चाल है. इसके पीछे लोकल टीएमसी लीडर का हाथ है. उनकी मंशा यह है क‍ि आम जनता कांग्रेस पार्टी के लिए काम न करें. उन्‍होंने प‍िछले न‍िकाय चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि टीएमसी ने पहले भी ऐसा क‍िया था. 


'गाड़ी के सामने आया शराब के नशे में धुत युवक'   
 
अधीर रंजन ने टीएमसी के आरोपों पर सफाई देते हुए दावा क‍िया क‍ि शराब के नशे में कुछ युवक उनकी गाड़ी के सामने आ गए जब वो चुनाव प्रचार करने के बाद घर वापस जा रहे थे. मैंने रुकने के बाद जब पूछा क‍ि उनकी क्‍या समस्‍याएं हैं तो उस समय केवल एक शख्‍स वहां था, लेक‍िन बाद में कई और लोग वहां एकत्र हो गए. इसके बाद समझ आ गया क‍ि यह तृणमूल कांग्रेस की सुन‍ियोज‍ित चाल का ह‍िस्‍सा है. रंजन ने कहा कि वो इस तरह से मुझे नहीं रोक पाएंगे. 






ज‍िला एसपी को दी मामले की जानकारी 


कांग्रेस नेता का कहना है क‍ि उनकी तरफ से इस मामले की सूचना ज‍िला पुलिस अधीक्षक को दी गई है और उनसे हस्‍तक्षेप करने का आग्रह भी क‍िया है. अधीर रंजन चौधरी, बंगाल की बहरामपुर सीट से लगातार 1999 से जीतते आ रहे हैं. इस बार तृणमूल कांग्रेस ने यहां से पूर्व क्रि‍केटर युसूफ पठान को कैंड‍िडेट के रूप में उतारा है. बहरामपुर सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला होने के आसार हैं ज‍िस पर 13 मई को वोट‍ डाले जाएंगे. 


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