Bhojshala Survey: मध्य प्रदेश के धार की भोजशाला में एएसआई की तरफ से सर्वे किया जा रहा है. सर्वे के 23वें दिन आज शनिवार को 22 अधिकारी और 29 मजदूर सुबह 8 बजे भोजशाला में दाखिल हुए. दोनों पक्षों की उपस्थिति में दिन भर एएसआई का सर्वे चलेगा. एएसआई को सर्वे करने का आदेश इंदौर हाईकोर्ट ने दिया था.


आज सुबह एएसआई टीम के 22 अधिकारी और 29 मजदूर भोजशाला पहुंचे. भोजशाला में 50 मीटर का सर्वे किया जा रहा है. सर्वे का काम तीन दिनों से त्योहारों के कारण धीमा चल रहा है. हिन्दू पक्ष के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने मीडिया को बताया कि 11 मार्च को सर्वे का आदेश जारी हुआ.


भोजशाला में सर्वे का काम जारी


22 मार्च से सर्वेक्षण का काम दोनों पक्षों की मौजूदगी में जारी है. लेकिन फिर भी सर्वे पर प्रश्न चिन्ह उठाया जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि सर्वे क्यों हो रहा है? सर्वे को रोके जाने की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश को एक पक्ष तीन बार सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने अभी तक सर्वे पर रोक नहीं लगाई है. भ्रामक खबर फैलाई जाती हैं कि उत्खनन पर रोक है. उत्खनन पर किसी प्रकार की कोई रोक नहीं है.


ASI के 22 अधिकारी हैं शामिल


एएसआई की टीम हाईकोर्ट के निर्देशों का पूरी तरह पालन कर रही है. आशीष गोयल ने कहा कि सर्वेक्षण की सच्चाई सामने आएगी. किसी पक्ष को आपत्ति होने पर दस्तावेज सुप्रीम कोर्ट में रख सकता है. 2 साल से विवाद अदालत में चल रहा है. पहले पिटीशन फाइल की गई. उसके बाद नोटिस जार हुए. दोनों पक्षों ने जवाब दिए हैं. गोयल ने आगे कहा कि भोजशाला करोड़ों हिंदुओं की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है. धार में राजा भोज ने साल 1034 में मां सरस्वती का मंदिर बनवाया था. 


क्या है मुस्लिम पक्ष की दलील?


मुस्लिम पक्ष की ओर से मामले में मौला कमाल मस्जिद कमिटी के प्रभारी पदाधिकारी अब्दुल समद ने सर्वे की कार्रवाई पर संतोष जताया है. उन्होंने कहा कि नई टीम सर्वे में जुड़ेगी. उससे सच्चाई सामने आएगी. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने सर्वे का आदेश दिया है. मुस्लिम समाज का जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं हाजिर हूं. मुस्लिम समाज के जनप्रतिनिधि सहयोग कर रहे हैं. सब कुछ अच्छे से चल रहा है. सर्वे के बिंदुओं पर सुप्रीम कोर्ट से कामयाबी मिली. 


मध्य प्रदेश के 192 माननीयों के खिलाफ लंबित हैं केस, हाई कोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब