देहरादून: उत्तराखंड में ऐसा पहली बार है जब किसी पार्टी ने राज्य में 70 विधानसभा सीटों में से 57 सीटें जीती हैं. बीजेपी ने ये कारनामा तो कर दिखाया, लेकिन उनके लिए मुख्यमंत्री चुनना एक बड़ी चुनौती बन गई है.


उत्तराखंड में बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री के कई दावेदार हैं. जिसमें से तीन नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है.


त्रिवेंद्र रावत-


सीएम की सबसे मज़बूत दावेदारी त्रिवेंद्र सिंह रावत की है. रावत अमित शाह की टीम में राष्ट्रीय सचिव भी है. अगर उत्तराखंड में संघ का दखल रहा, तो त्रिवेंद्र रावत को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. त्रिवेंद्र रावत डोईवाला सीट से जीते हैं. उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हीरा सिंह बिष्ट को हराया है और उनकी छवि भी बेदाग मानी जाती है.


  


यूपी में कौन बनेगा मुख्यमंत्री, नायडू और यादव 16 मार्च को अमित शाह को सौंपेंगे रिपोर्ट


प्रकाश पन्त-


उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद की होड़ में पिथौरागढ़ से बीजेपी विधायक प्रकाश पंत हैं. वो प्रदेश में पार्टी का ब्राह्मण चेहरा भी है. सूत्रों के मुताबिक, नेता भगत सिंह कोश्यारी ने प्रकाश पंत का नाम सुझाया है. उनके नाम पर बीसी खंडूरी की भी सहमति है. प्रकाश पन्त दो बार उत्तराखंड में मंत्री रह चुके हैं और उनकी छवि भी साफ़ सुथरी है.



सतपाल महाराज–


कांग्रेस से बगावत कर 2014 में बीजेपी में शामिल हुए सतपाल महाराज ने चौबट्टाखाल सीट से चुनाव जीता है. उन्हें राज्य बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत की जगह उम्मीदवार बनाया गया था. वो कांग्रेस से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं.



वहीं बीसी खंडूरी और भगत सिंह कोशियारी अपनी दावेदारी से इनकार कर रहे हैं. उत्तराखंड के पर्यवेक्षक नरेन्द्र सिंह तोमर भी अभी पत्ते नहीं खोल रहे. गौर करने वाली बात ये भी है कि सीएम के नाम पर अंतिम मुहर पीएम नरेंद्र मोदी की लगेगी. जो अक्सर अपने फैसलों से लोगों को चौंकाते आए हैं.