Uttar Pradesh Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान के लिए बुधवार शाम 5 बजे चुनाव प्रचार का शोर थम गया. इससे पहले सत्तारूढ़ बीजेपी से लेकर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी समेत तमाम राजनैतिक दलों ने प्रचार में अपना पूरा दमखम झोंक दिया. सभी ने जनता को लुभाने के लिए अपने अपने दांव चले और वादे और इरादों का बखान किया. 10 फरवरी को पहले चरण में 11 ज़िलों की 58 विधनसभा सीटों पर वोटिंग होनी है.


पहले चरण में किन ज़िलों में मतदान?


यूपी में पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. ये सीटें आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों के अंतर्गत आती हैं. बता दें कि यूपी में कुल सात चरणों में मतदान होना है और नतीजे 10 मार्च को वोटों की गिनती के बाद घोषित किए जाएंगे.


पहले चरण में कितने पढ़े-लिखे हैं उम्मीदवार?


पहले चरण के उम्मीदवारों में से 125 आठवीं कक्षा तक पढ़े हैं, जबकि 15 ने खुद को निरक्षर बताया है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के मुताबिक चुनाव में 70 से अधिक उम्मीदवारों की उम्र 60 साल से ज्यादा है. एडीआर ने कहा कि उसने उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में 58 विधानसभा सीटों से राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के 615 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है.


एडीआर के मुताबिक, 15 उम्मीदवार ‘निरक्षर’ हैं, 38 ‘साक्षर’ हैं, 10 उम्मीदवारों ने पांचवी कक्षा तक पढ़ाई की है, 62 कक्षा 8 तक पढ़े हैं, 65 ने कक्षा 10 और 102 ने कक्षा 12 तक पढ़ाई की है. इसके अलावा 100 ‘ग्रैजुएट’ उम्मीदवार हैं, 78 ‘स्नातक पेशेवर’, 108 ‘पोस्ट ग्रैजुएट’, 18 ‘डॉक्टरेट’ और सात ‘डिप्लोमा’ धारक हैं, जबकि 12 ने अपनी शिक्षा का विवरण नहीं दिया है.


इसमें कहा गया है कि 239 उम्मीदवारों (39 प्रतिशत) ने अपनी शैक्षणिक योग्यता कक्षा पांच और 12वीं के बीच घोषित की है, जबकि 304 उम्मीदवारों (49 प्रतिशत) ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है. उम्र के संदर्भ में, 214 उम्मीदवारों (35 प्रतिशत) ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है और 328 उम्मीदवारों (53 प्रतिशत) ने इसे 41 से 60 साल के बीच बताया है. इसमें कहा गया है कि 73 उम्मीदवारों (12 प्रतिशत) ने अपनी आयु 61 से 80 साल के बीच बताई है.


आखिरी दिन बीजेपी और समाजवादी पार्टी ने जारी किया घोषणापत्र


यूपी में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बुधवार को भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ने अपना अपना घोषणापत्र जारी किया. जहां एक तरफ बीजेपी ने अपने घोषणापत्र को 'लोक कल्याण संकल्प पत्र' के नाम से जारी किया वहीं दूसरी ओर सपा ने 'समाजवादी वचन पत्र' जारी कर जनता से कई बड़े वादे किए. 


समाजवादी पार्टी के बड़े वादे



  • सभी फसलों के लिए एमएसपी, गन्ना किसानों को 15 दिन में भुगतान, किसानों को 4 साल में कर्ज मुक्त करने का वादा.

  • किसान आंदोलन में दौरान शहीद के परिजनों को 25 लाख और किसान स्मारक बनाया जाएगा.

  • सरकारी नौकरी में महिला को 33 फीसदी आरक्षण का वादा.

  • 300 यूनिट बिजली घरेलू इस्तेमाल के लिए फ्री में दी जाएगी.

  • 12वीं पास बच्चों को फ्री में लैपटॉप दिया जाएगा और लड़कियों की शिक्षा केजी से पिजी तक मुफ्त.

  • बीपीएल परिवारों को प्रतिवर्श 2 सिलेंडर.

  • दोपहिया वाहनों के मालिकों को हर महीने एक लीटर पेट्रोल मुफ्त और ऑटो रिक्शा वालों को तीन लीटर पेट्रोल एवं 6 किलो सीएनजी फ्री दी जाएगी.

  • सिंगल रूफ क्लीयरेंस सिस्टम मौजूदा और नए उद्योग के लिए बनेगा.

  • हर ज़िले में बनेंगे मॉडल स्कूल, यूनिवर्सिटी की सीटों को डबल करेंगे.

  • बुज़ुर्गों को 18 हज़ार रुपये की पेंशन का वादा.


बीजेपी के बड़े वादे



  • किसानों को मुफ्त सिंचाई की सुविधा.

  • गन्ना किसानों को 14 दिन में भुगतान.

  • उज्ज्वला योजना के अंतर्गत होली और दीवाली पर 1-1 मुफ्त सिलिंडर.

  • निराश्रित महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को 1500 रुपये की पेंशन.

  • प्राथमिक स्कूलों में टेबल बेंच की व्यवस्था.

  • हर मंडल में कम से कम 1 विश्वविद्यालय.

  • हर परिवार को कम से कम एक रोज़गार.

  • एम्बुलेंस और एमबीबीएस की सीटों को डबल करने का वादा.

  • लव जिहाद पर 10 साल की सज़ा और 1 लाख का जुर्माना.

  • मां अन्नपूर्णा कैंटीन बनाकर ग़रीबों को सस्ता खाना.


दिल्ली की सीमाओं पर शराब दुकानें बंद


10 फरवरी को होने वाले मतदान के मद्देनजर गाजियाबाद और नोएडा से जुड़ी दिल्ली की सीमाओं के 100 मीटर के दायरे में आने वाली शराब की सभी दुकानें मंगलवार की शाम से अगले दो दिनों तक बंद रहेंगी. दिल्ली के आबकारी आयुक्त की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, आठ फरवरी शाम छह बजे से लेकर 10 फरवरी को मतदान समाप्त होने तक (मतदान से 48 घंटे पहले) और 10 मार्च को मतगणना के दिन ड्राई डे (शराब बंदी) रहेगा. 


नोटिस में कहा गया है कि यह आदेश आबकारी विभाग के सभी लाइसेंस धारकों के लिए अनिवार्य होगा, जिनकी दुकानें या बार एनसीआर में दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा के 100 मीटर के दायरे में आती हैं. बता दें कि चुनाव के पहले चरण में 10 फरवरी को होने वाले मतदान में गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर भी शामिल है.


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