बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी ने मंगलवार को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. इसके बाद उनके समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलें लगने लगी थीं. अब इस पर मयंक की ओर से बयान आया है. उन्होंने कहा कि वो शिष्टाचार मुलाकात करने गए थे.  उन्होंने खुद को बीजेपी या सपा नेता कहने की जगह सामाजिक कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि 2009 से लखनऊ कैंट सीट पर वो मेहनत कर रहे लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला, जिससे वो दुखी हैं.


 मयंक ने कहा कि पार्टी अगर प्रचार के लिए कहेगी तो वो प्रचार के लिए जाएंगे. हालांकि मुख्यमंत्री के नाम पर वो कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ बहुत बड़े आदमी हैं. उन्होंने कहा कि आज मतदान हो रहा है, लोग जिसको चाहें उसको वोट करने जाएं. इस बार किसानों, एमएसपी जैसे तमाम मुद्दे हैं जिसपर वोटिंग हो रही है.


बेटे के लिए सांसदी छोड़ने का भी दिया था ऑफर


अपने बेटे मयंक जोशी के लिए दो सप्ताह पहले रीता बहुगुणा जोशी ने दिल्ली में कहा था कि मेरा बेटा 12 साल से बीजेपी के लिए काम कर रहा है. ऐसे में उसने टिकट मांगा है जो उसका अधिकार भी है. रीता बहुगुणा जोशी ने यह भी कहा था कि उनके बेटे ने लखनऊ कैंट से टिकट मांगा है अगर पार्टी उनके बेटे को टिकट देती है तो वह सांसद का पद छोड़ देंगी और 2024 लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ेंगी.


सपा में शामिल होने की थीं अटकलें


इससे पहले लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने की अटकलें लग रही थीं. रीता बहुगुणा जोशी भी अपने बेटे के लिए पार्टी से इसी सीट के लिए टिकट मांग रही थीं. कहा जा रहा था कि पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज मयंक जोशी ने सपा में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव से मुलाकात की है. लेकिन उन्होंने इन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है.


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