दिल्ली चुनाव: दिल्ली में पूर्वांचली वोटर्स को साधने के लिए बीजेपी ने जेडीयू और एलजेपी के साथ गठबंधन किया था. लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी का चला गया है यह दांव पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुआ. दिल्ली विधानसभा चुनाव में गृहमंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस सीट के प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरा जोर लगा दिया था, वहीं पर इस चुनाव में एनडीए की सबसे बड़ी हार का रिकॉर्ड बना है. यह सीट रही बुराड़ी विधानसभा की. यहां एनडीए कोटे से लड़ रहे जेडीयू प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार को आम आदमी पार्टी  के हाथों 88 हजार से भी अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा है.


दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बुराड़ी और संगम विहार दो विधानसभा सीटें राजग सहयोगी जेडीयू को दी थी. जेडीयू ने बुराड़ी सीट से शैलेंद्र कुमार को चुनाव मैदान में उतारा था. शैलेंद्र को जिताने के लिए बिहार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे थे. उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के साथ दो फरवरी को रविवार के दिन बुराड़ी में साझा रैली कर माहौल बनाने की कोशिश की थी.


खास बात है कि राजग में नीतीश कुमार की वापसी के बाद यह पहला मौका था जब उन्होंने और अमित शाह ने एक साथ चुनावी मंच साझा किया था. दोनों शीर्ष नेताओं की साझा रैली से एनडीए उम्मीदवार को लाभ पहुंचने की अटकलें लग रही थीं, मगर मंगलवार को आए नतीजों ने भाजपा और जेडीयू को बड़ा झटका दिया.


इस सीट से दिल्ली में खाता खोलने की जद(यू) की उम्मीदों पर आम आदमी पार्टी ने पानी फेर दिया. एनडीए उम्मीदवार शैलेंद्र कुमार आप के संजीव झा से 88,158 वोटों से हार गए. आप उम्मीदवार संजीव झा को जहां 139,598 वोट मिले, वहीं शैलेंद्र को 51,440 वोटों से संतोष करना पड़ा.


खास बात है कि इस सीट पर 2015 के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी से संजीव झा जीते थे. उन्होंने तब बीजेपी उम्मीदवार गोपाल झा को 67,950 वोटों से हराया था. इस प्रकार आप के संजीव झा बुराड़ी से जीत के अंतर का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रहे.


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