चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी मिलकर सरकार बनाएंगे. चंडीगढ़ में आज बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई, बैठक के बाद खट्टर दो बजे राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मनोहर लाल खट्टर कल दोपहर 2.15 बजे शपथ भी ले सकते हैं. दिल्ली से पर्यवेक्षक बनकर गए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जानकारी दी कि मनोहर लाल खट्टर सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए.


उन्होंने बताया कि बैठक में अनिल जैन ने खट्टर के नाम का प्रस्ताव रखा. इस फैसले के बाद रविशंकर प्रसाद ने खट्टर को लड्डू भी खिलाया. पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पर्यवेक्षक बनकर हरियाणा जाना लेकिन फिर उनकी जगह रविशंकर प्रसाद पहुंचे. अनिल जैन भी इस बैठक में मौजूद रहे. बता दें कि अभी भी जेजेपी की तरफ से डिप्टी सीएम कौन होगा इसका फैसला नहीं हुआ है.

विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ''विधायकों ने सर्वसम्मति से मुझे नेता चुना है, मैं इसके लिए सभी का धन्यवाद देता हूं. जिस तरह से हमने पिछले पांच साल में सरकार चलाई है उसी तरह अगले पांच साल भी साफ सुथरी सरकार चलाने का प्रयास करेंगे. मैं प्रदेश की जनता को भी धन्यवाद देता हूं.''


हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी की सरकार बनने का फॉर्मूला कल रात ही तय हुआ है. जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला से मुलाकात के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कल रात करीब नौ बजे एलान किया. दुष्यंत चौटाला के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए अमित शाह ने कहा कि हरियाणा में बीजेपी जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी. अमित शाह ने कहा, ''हरियाणा बीजेपी के सभी वरिष्ठ और जेजेपी के नेताओं की आज बैठक हुई. हरियाणा की जनता ने जो जनादेश दिया है उसे मद्देनजर रखते हुए, उसे स्वीकार करते हुए दोनों पार्टियों के नेताओं ने तय किया है कि हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी मिलकर सरकार बनाएंगी. इस सरकार में मुख्यमंत्री बेजीपी का होगा और उप मुख्यमंत्री जेजेपी से होगा.''


बहुमत से चूकने के बाद हरियाणा में बीजेपी को गठबंधन की लाठी लेनी पड़ी है और उसकी लाठी बनी है चौटाला परिवार की ही पार्टी जननायक जनता पार्टी यानी जेजेपी. चाबी निशान वाले ओमप्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला बीजेपी को सत्ता की चाबी सौंपी है. 10 विधायकों का समर्थन देकर जेजेपी ने बीजेपी के हाथ से हरियाणा फिसलने नहीं दिया. कल रात अमित शाह के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में दुष्यंत चौटाला बैठे और हरियाणा का सस्पेंस खत्म हो गया.