Madhya Pradesh Election 2023 News: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस दोनों ने ही अपने मैनिफेस्टो में गेहूं और धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर "बोनस" की घोषणा की है. इसके जरिये दोनों दलों की नजर किसान वोट बैंक पर है.


पर जब दोनों में से कोई भी दल सत्ता में आएगा तो इस वादे को घोषणा पत्र से आगे धरातल पर लाने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. आइए जानते हैं क्या हो सकती है अड़चन और कैसे निकल सकता है इसका रास्ता.


आ सकती है ये बाधा


दरअसल, सार्वजनिक वितरण प्रणाली और बफर स्टॉक बनाए रखने के लिए अपनी आवश्यकता से अधिक ऐसे राज्यों से कोई अतिरिक्त अनाज नहीं लेगा. खाद्य मंत्रालय और राज्यों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अनुसार, यदि कोई राज्य एमएसपी के ऊपर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में वित्तीय प्रोत्साहन (बोनस) देता है और यदि राज्य की कुल खरीद इससे अधिक होती है, तो पीडीएस के तहत सरकार की ओर से किया गया कुल आवंटन, ऐसी अतिरिक्त मात्रा को "केंद्रीय पूल" से बाहर माना जाएगा. भारतीय खाद्य निगम (FCI) खाद्यान्न के केंद्रीय पूल का रखरखाव करता है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों अधिशेष राज्य हैं, जिसका अर्थ है कि वे पीडीएस और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत अपनी जरूरतों से अधिक खरीद करते हैं.


इस तरह निकल सकता है रास्ता


हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकारों ने अतीत में केंद्र सरकार की ओर से लागू की गई पीएम किसान जैसी योजनाओं में बोनस को बदलने के लिए केंद्र से संकेत लिया है. अधिकारियों ने कहा कि राज्य किसानों को भूमि जोत के आधार पर अप्रत्यक्ष वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करने का विकल्प चुन सकते हैं जैसा कि ओडिशा में 'कालिया' और तेलंगाना में 'रायथु बंधु' जैसी योजनाओं के तहत किया जा रहा है. एक अधिकारी ने बताया कि, ''मतदाताओं और किसानों के लिए पार्टियां आसानी से समझ में आने के लिए बोनस की घोषणा करती हैं जबकि कार्यान्वयन के लिए वे एक योजना लेकर आती हैं.''


दोनों पार्टियों ने दिया है ये ऑफर


मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 2,800 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीद की घोषणा की है, जिसमें 2,125 रुपये का एमएसपी भी शामिल है. धान के लिए बीजेपी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी मौजूदा एमएसपी 2,183 रुपये के मुकाबले 3,100 रुपये प्रति क्विंटल पर खाद्यान्न खरीदने का वादा किया है. इसी तरह कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में 3,000 रुपये प्रति क्विंटल पर धान खरीद का वादा किया है. केंद्र के एमएसपी संचालन के तहत धान और गेहूं की खरीद में दो चुनावी राज्यों की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है क्योंकि उन्होंने स्थानीय स्तर पर खरीद बढ़ा दी है.


ये भी पढ़ें


Rajasthan Election 2023: कांग्रेस का खेल बिगाड़ रहे बागियों पर पार्टी ने लिया एक्शन, 49 नेता किए गए निष्कासित