First Lok Sabha Elections: देश में पहली बार लोकसभा चुनाव साल 1951-52 के बीच टोटल 68 चरणों में कराए गए थे. चुनाव में खर्च आज के समय में तो काफी बढ़ गया है परंतु क्या आप जानते हैं की देश के पहले लोकसभा चुनाव में प्रति व्यक्ति कुल कितना खर्चा आया था. आइए जानते है देश के पहले लोकसभा चुनाव के खर्चे की जानकारी इलेक्शन सीरीज की इस स्पेशल रिपोर्ट में.


देश का पहला लोकसभा चुनाव साल 1951-52 के बीच कराये गए थे. इस चुनाव में भारतीय निर्वाचन आयोग को प्रति व्यक्ति 60 पैसे का खर्चा आया था. 1951-52 के पहले लोकसभा चुनाव को कराने में चुनाव आयोग को कुल 10.5 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े थे. तब कुल 17 करोड़ वोटर्स ने चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लिया था. देश में पहली बार चुनाव आजादी के 4 साल बाद कराए गए थे. इस चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक तरफा जीत हासिल की थी. 


देश में सबसे कम खर्च में साल 1957 का चुनाव कराया गया था. साल 1957 के लोकसभा चुनाव में आयोग ने 5.9 करोड़ रुपए खर्च किए थे. देश की 17वीं लोकसभा के लिए कराए गए लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव आयोग को बड़ी भारी भरकम राशि खर्च करनी पड़ी थी. इस लोकसभा चुनाव में आयोग को प्रति वोटर लगभग 72 रुपये खर्च करने पड़े थे जो 2014 के आम चुनाव में 46 रुपए प्रति वोटर था. कुल मिलाकर 2019 चुनाव में आयोग ने चुनाव कराने के लिए लगभग 6500 करोड़ रुपए खर्च किए थे. 


2024 का चुनाव हो सकता है सबसे महंगा!


देश एक बार फिर लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है. लोकसभा चुनाव 2024 में सबसे ज्यादा 97 करोड़ वोटर अपने मत का इस्तेमाल करेंगे. इतनी बड़ी संख्या में वोटर्स होंगे तो चुनाव आयोग को ज्यादा रकम खर्च करनी पड़ेगी. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि 2024 का चुनाव खर्च के मामले में देश का सबसे महंगा चुनाव साबित हो सकता है. 


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