Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, जिसे पूरा करने के लिए बीजेपी और एनडीए गठबंधन के बाकी दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं. 2014 और 2019 में भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली बीजेपी उत्तर भारत में पहले से ही बेहद मजबूत है. 2019 में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बीजेपी ने लगभग क्लीन स्वीप किया था. इस बार भी हिंदी भाषी राज्यों में अधिकतर सीटें बीजेपी के खाते में ही जाती दिख रही हैं.


पीएम मोदी उत्तर भारत में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त हैं. यही वजह है कि वह अब पूर्वी और दक्षिण भारतीय राज्यों में बीजेपी की पकड़ मजबूत करने के लिए जोर लगा रहे हैं. दक्षिण भारत में बीजेपी को कमजोर माना जाता है और कांग्रेस को वहां मजबूत माना जाता है. हालांकि, दक्षिण भारत में कांग्रेस के पास 29 सीटें हैं, जबकि बीजेपी के पास 30 सीटें हैं. यह सच्चाई है कि उत्तर भारत की तुलना में बीजेपी की पकड़ दक्षिण भारत में कमजोर है लेकिन धीरे-धीरे पार्टी वहां भी पैर पसार रही है. 'आपका अखबार' के अनुसार तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बीजेपी बड़ी छलांग लगा सकती है.


दक्षिण के इन राज्यों में बीजेपी को बढ़त मिल सकती है

तेलंगाना में राम मंदिर का असर सबसे ज्यादा हुआ है. पिछले चुनाव के नतीजे बताते हैं कि वहां क्षेत्रीय दलों की राजनीति खत्म हो रही है और राष्ट्रीय पार्टियों का वजूद बढ़ रहा है. राज्य की राजनीति में हो रहे बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा बीजेपी को मिल सकता है और पार्टी वहां सबसे ज्यादा सीट जीत सकती है. तमिलनाडु को लेकर पीएम मोदी ने काफी काम किया है, वह वहां सात दौरे कर चुके हैं, जबकि बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी बन सकती है. 


पूर्व के ये राज्य हो सकते हैं भगवामय

ओडिशा में नवीन पटनायक की सरकार के खिलाफ नाराजगी है. ऐसे में वहां पहली बार बीजेपी का मुख्यमंत्री बन सकता है. लोकसभा में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिलना लगभग तय है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी का प्रभाव कमजोर हो रहा है और वहां लोकसभा में बीजेपी शीर्ष पार्टी बन सकती है.

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