Manoj Pandey vs Akhilesh Yadav : अभी लोकसभा चुनाव चल रहा है. समाजवादी पार्टी के नेता मनोज पांडे बीजेपी में शामिल हुए तो बयानबाजी शुरू हो गई. रायबरेली के ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडे ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली. गृह मंत्री अमित शाह ने उनका एक विशेष रैली के दौरान पार्टी में स्वागत किया. इसके बाद से अखिलेश यादव और मनोज पांडे में बयानबाजी चल रही है. दरअसल, अमेठी में एक रैली के दौरान मनोज पांडे को लेकर अखिलेश यादव ने कहा था कि अमेठी वालों पहचान लेना जो आदमी हमें छोड़कर चला गया, वो अब बड़ी गाड़ियों और बड़े घरों में है. यूपी तक को दिए इंटरव्यू में मनोज पांडे ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है. 


उन्होंने कहा, अखिलेश जी पर हमेशा विश्वास है, मेरे बारे में ऐसा बोल ही नहीं सकते. बातचीत के दौरान उन्होंने अखिलेश यादव को छोटी पार्टी का नेता बताया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, अखिलेश की रीजनल पार्टी है, भले ही छोटी पार्टी है, लेकिन वो उसके लीडर तो हैं हीं.उन्होंने क्या बोला, किसके लिए बोला, मुझे नहीं पता, लेकिन मैं ईश्वर से उनकी सद्बुद्धि के लिए कामना करूंगा. हालांकि, वह ईश्वर को नहीं मानते हैं, लेकिन तब भी मैं परम परमेश्वर से यह कामना करूंगा कि उनको सद्बुद्धि दे और अच्छे रास्ते पर उन्हें चलाए. 


सपा प्रमुख ने भी तोड़ी चुप्पी


वहीं, अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए चुप्पी तोड़ी. उन्होंने मनोज पांडे पर निशाना साधते हुए कहा, जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है, वो अपने आप उस गड्ढे में गिरता है. मीडिया से बातचीत में अखिलेश ने आगे कहा कि अमेठी-रायबरेली की जनता और समाजवादी पार्टी के संगठन की देश में जो रिकॉर्ड जीत होगी, उसमें से ये सीटें शामिल होगीं.


रद्द हो सकती है सदस्यता
कुछ खबरें ये भी हैं समाजवादी पार्टी दल बदल विरोधी कानून के तहत मनोज पांड के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख सकती है. अगर ऐसा होता है तो उनकी सदस्यता रद्द हो सकती है. वहीं अंदरखाने में यह भी चर्चा है कि इस मामले में समाजवादी पार्टी उनके खिलाफ शिकायत कर सकती है.