Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने वक्त बचा है. ऐसे में सभी दल अपनी तैयारियों में जुटे हैं और खुद को मजबूती के साथ चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार कर रहे हैं. वहीं, इलेक्शन से पहले बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुश्किलों बढ़ती जा रही हैं और पार्टी के नेता मायावती का साथ छोड़ते जा रहे हैं.
आंबेडकर नगर के सांसद रितेश पांडे के बाद अब कई और नेताओं के पार्टी छोड़ने की चर्चाएं हैं. सियासी जानकारों का मानना है कि बीएसपी के मौजूदा सांसदों को उम्मीद थी कि उनकी पार्टी एनडीए या फिर इंडिया गठबंधन में से किसी न किसी अलायंस में जरूर शामिल होगी, लेकिन मायावती ने अपने दम पर ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया.
2019 में बीएसपी ने जीतीं 10 सीटऐसे में मायावती के इस फैसले से उनके नेता खफा हैं. चुनाव में एनडीए बनाम इंडिया के शोर में वह अपने लिए नया ठिकाना तलाशने में लग गए हैं. गौरतलब है कि बीएसपी ने साल 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया था और 10 सीटें जीती थीं. इस बार विपक्षी दलों ने बीजेपी के विजयरथ को रोकने के लिए इंडिया अलायंस बनाया है.
अफजाल अंसारी को सपा ने दिया टिकटरितेश पांडे के अलावा अमरोहा से बीएसपी सांसद दानिश अली पार्टी से निलंबित होने के बाद कांग्रेस के साथ दिखाई दे रहे हैं. वह मुरादाबाद में 24 फरवरी को कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ नजर आए. गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी को भी सपा पहले ही अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है.
कौन-कौन छोड़ सकता है BSP?अकेले चुनाव में जाने से हार के खतरे को भांपकर कई सांसद पाला बदलने को तैयार बैठे हैं. दानिश अली और इनमें जौनपुर के श्याम सिंह यादव और लालगंज की सांसद संगीता आजाद के भी बीएसपी छोड़ने की चर्चाएं चल रही हैं. बिजनौर के सांसद मलूक नागर के भी भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने की चर्चा है. श्रावस्ती के सांसद राम शिरोमणि वर्मा भी बीएसपी छोड़ सकते हैं.
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