Lok Sabha Election 2024: बदायूं से बीजेपी की मौजूदा सांसद संघमित्रा मौर्य मंगलवार (2 अप्रैल) को उस समय फूट- फूटकर रोने लगीं, जब सीएम योगी आदित्यनाथ एक सभा को संबोधित करने पहुंचे थे. संघमित्रा का रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गया है. बदायूं सांसद ने कुछ देर बाद आंसू पोंछे और फिर मंच से उठकर चली गईं. हालांकि, सीएम के मंच पर आने के बाद सांसद संघमित्रा फिर मंच पर आ गईं.


बाद जब संघमित्रा मौर्य से पूछा गया कि वह मंच पर क्यों रो रही थीं तो उन्होंने कहा यूपी माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी उन्हें राजा दशरथ की कहानी सुना रही थी, वो कहानी काफी भावुक कर देने वाली थी. वहीं, जब गुलाबो देवी से संघमित्रा के रोकने की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि वह नहीं जानती कि वह क्यों रो रही थीं.


मुझे कुछ याद नहीं है- गुलाबो देवी
उन्होंने यूपी तक से कहा, "यह उनकी भावनाएं थीं, मैं नहीं जानती कि वह किस बात पर रोनें लगीं. मुझे नहीं पता कि मैंने कौन सा प्रसंग सुनाया था. मैं तो हर बात पर रामायण का प्रसंग सुना देती हूं. उस समय कोई राजनीतिक दृष्टि से मन कोई भाव आया होगा या कोई बात चली होगी, मुझे कुछ याद नहीं है."


मंत्री ने कहा कि संघमित्रा मौर्या कोई कमजोर नहीं बल्कि बहादुर महिला हैं. वह देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. ऐसे में इतनी छोटी-छोटी बातों पर पर उनकी आंखें नम होना उन्हें शोभा नहीं देता.


'रोना-धोना ओछी बात'
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "मुझे संघमित्रा को अपनी बेटी कहने में शर्म आती है. उसने मंच पर रोकर अपने पिता के चरित्र के विपरीत आचरण पेश किया है. रोना-धोना ओछी और बचकानी बातें हैं. उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि मुझे उसके टिकट कटने का कोई दुख नहीं. उसका टिकट तो कटना ही था. मैंने उससे कहा था कि उसे ऐसी पार्टी के साथ खड़ा नहीं होना चाहिए, जो आरक्षण खत्म करना चाहती है.


बीजेपी ने इस बार बदायूं से मौजूदा सांसद संघमित्रा का टिकट काटकर दुर्विजय शाक्य को मैदान में उतारा है. माना जा रहा है कि संघमित्रा का टिकट उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के बड़बोलेपन की वजह से कटा है. इतना ही नहीं संघामित्रा पर अकसर बाहरी होने के आरोप भी लगते रहे हैं.


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