Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 102 सीटों के लिए चुनाव प्रचार आज थम जाएगा. पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान होगा. तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर मतदान होना है.  यहां पर कई दिग्गज मैदान में हैं, जिनका राजनीतिक भविष्य इस लोकसभा चुनाव से तय होगा. बीजेपी के प्रत्याशी के. अन्नामलाई, DMK प्रत्याशी कनिमोझी, जितिन प्रसाद, किरिन रिजिजू और मध्य प्रदेश के पूर्व CM कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ऐसे बड़े नाम हैं, जिनकी किस्मत पहले चरण के मतदान होते ही में ईवीएम में बंद हो जायेगी. इस बार आम चुनाव कुल 7 चरणों में होंगे. आखिरी चरण का मतदान 1 जून  को होगा और नतीजे 4 जून को निकलेंगे. 


पहले चरण के मतदान के लिए मंगलवार (17 अप्रैल 2024) को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है.  इसके लिए सभी पार्टियों ने प्रचार में जान फूंक रखी है.  एक तरफ जहां बीजेपी रैलियों और जनसभाओं में अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगी है वहीं कांग्रेस मोदी सरकार की नाकामियों को अपना हथियार बनाकर चुनाव लड़ रही है. कई नेता पहली बार  मैदान में किस्मत आज़मा रहे हैं लेकिन उनकी लोकप्रियता ने लड़ाई रोचक कर दी है.  


बीजेपी के अन्नामलाई कोयंबटूर में विरोधियों के लिए परेशानी 
तमिलनाडु में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष के. अन्नामलाई पहली बार राजनीति में किस्मत आजमा रहे हैं, वे कोयंबटूर से चुनाव लड़ रहे हैं.  आईपीएस अफसर से नेता बने अन्नामलाई की लोकप्रियता ने विरोधियों की नाक में दम कर दिया है. पिछले दो लोकसभा चुनावों में बीजेपी यहां दूसरे नंबर पर रही है और उसे उम्मीद है कि इस बार अन्नामलाई उसे ये सीट जीतकर देंगे. अन्नामलाई की अपनी लोकप्रियता, मोदी का जादू इस बार बीजेपी के लिए रामबाण बन सकता है.  यहां के नतीजे उनके राजनीतिक जीवन की दिशा तय करेंगे.  अन्नामलाई का मुकाबला DMK नेता गणपति पी राजकुमार और AIADMK नेता सिंगाई रामचंद्रन से है. 


नकुलनाथ पर छिंदवाड़ा में परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाने का दबाव 
मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस ने दूसरी बार पूर्व CM कमलनाथ के बेटे और इस सीट से संसद नकुलनाथ को फिर टिकट दिया है. ये सीट कांग्रेस और इस परिवार का गढ़ बन चुकी है. पार्टी यहां  से 17 बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी है जिनमे से कमलनाथ या उनका परिवार ही 11 बार जीता है.  कांग्रेस को इस बार भी जीत का पूरा भरोसा है.  बीजेपी ने विवेक बंटी साहू को टिकट दिया है.  


पीलीभीत में जितिन प्रसाद आज़मा रहे किस्मत 
बीजेपी ने पीलीभीत में इस बार वरुण गांधी का टिकट काटकर कांग्रेस से बीजेपी में आए जितिन प्रसाद पर दाव खेला है.  जितिन उप्र सरकार में मंत्री भी हैं.  
टिकट काटने के बावजूद किसी तरह की गुटबाज़ी बीजेपी में यहाँ देकने को नहीं मिली है.  हालांकि  पीलीभीत सीट मेनका गांधी और वरुण गांधी का गढ़ बन चुकी है लेकिन यहां काडर वोट होने की वजह से बीजेपी का दबदबा है, इसलिए जितिन की राह मुश्किल नहीं लग रही. उसका मुकाबला सपा के भगवंत सरन गंगवार और बसपा के अनीस अहमद खान से है।  


अरुणाचल प्रदेश में रिजिजू की साख 
अरुणाचल प्रदेश वेस्ट से केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू चौथी बार मैदान में हैं.  उसका मुकाबला कांग्रेस के नबाम तुकी से है.  लेकिन रिजिजू यहाँ इतने लोकप्रिय हैं की उनकी जीत का मार्जिन हर साल बढ़ जाता है. 2019 में बीजेपी को यहां 60 फीसदी से ज़्यादा वोट मिले थे जबकि कांग्रेस को मात्रा 14 वोट मिले थे. 


कनिमोझी थुथुकुडी से फिर प्रत्याशी 
डीएमके ने एक बार फिर थुथुकुडी से कनिमोझी को अपना उम्मीदवार बनाया है.  पिछले चुनाव में वो यहां से जीत दर्ज कर लोकसभा पहुंची थी.  बीजेपी की सहयोगी पार्टी टीएमसी ने एसडीआर विजयसीलन को टिकट दिया है.  उनके मुकाबले खड़े प्रत्याशी हलके होने की वजह से उनका जितना मुश्किल नहीं लग रहा, लेकिन कुछ मुद्दों पर जनता डीएमके से नाराज हैं.