Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले सभी दल नए दांवपेच और दिनरात रणनीति में बदलाव करने में लगे हैं. इस बीच खबर आई है कि 15 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) और ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) दोबारा साथ आ सकते हैं.


जानकारी के मुताबिक दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग पर बात बन चुकी है. अब बस गठबंधन का औपचारिक ऐलान बाकी है. माना जा रहा है कि इस गठबंधन से एनडीए को 400 सीटों का टारगेट हासिल करने में मदद मिलेगी. फिलहाल बीजेपी-बीजेडी नेताओं में बैठकों का दौर जारी है. जल्द ही गठबंधन का आधिकारिक ऐलान हो सकता है.


बीजेपी को होगा फायदा
माना जा रहा है कि इस गठबंधन से बीजेपी को फायदा होगा. नवीन पटनायक के साथ आने से बीजेपी को एक मजबूत क्षेत्रीय साथी मिलेगा, जिससे उसका मनोबल भी बढ़ेगा. साथ ही दोनों दलों के एकजुट होने से यहां कांग्रेस के साथ एनडीए की सीधी टक्कर होगी.


एनडीए का 400 का टारगेट होगा आसान
नवीन पटनायक के आने से एनडीए '400 पार' का नारा दे रही बीजेपी के लिए टारगेट तक पहुंचना आसान हो जाएगा. ओडिशा में लोकसभा की 21 सीटें हैं. ऐसे में गठबंधन के तहत दोनों दल जो भी सीट जीतेंगे, वे एनडीए के खाते में जुड़ेगी. बीते लोकसभा चुनाव में यहां बीजेडी ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी 8 और कांग्रेस ने 1 सीट हासिल की थी.


वोट शेयर में होगा इजाफा
कहा जा रहा है कि बीजेपी ओडिशा में वोट शेयर बढ़ाना चाहती है. ऐसे में दोनों दलों के साथ आने से बीजेपी के वोट शेयर में इजाफा होने की संभावना बढ़ जाएगी. साल 1998 में जब दोनों दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा था तब बीजेडी को 27.5 और बीजेपी का 21.2 प्रतिशत वोट मिले थे.


वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 38.4 प्रतिशत वोट मिले थे और बीजेडी 42.8 प्रतिशत वोट मिले थे. ऐसे में अगर दोनों दल साथ में आएंगे तो एनडीए का वोट प्रतिशत बढ़ेगा.


बीजेडी का क्या फायदा?
इसके अलावा यह गठबंधन राज्यसभा में भी बीजेपी की संख्या बढ़ाएगी. फिलहाल, बीजेडी के पास राज्यसभा में 9 सांसद हैं. बीजद ओडिशा विधानसभा में अपनी ताकत बनाए रखना चाहती है. सूत्रों ने बताया कि नई बीजेपी ओडिशा में लोकसभा की ज्यादा सीटों पर लड़ेगी, जबकि बीजेडी विधानसभा चुनाव में 100 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. News18 ने सूत्रों को बताया कि नवीन पटनायक की पार्टी को ओडिशा में विभिन्न परियोजनाओं के लिए धन की आवश्यकता है और ऐसे में बीजेपी उसकी मदद कर सकती है.


कांग्रेस ने क्या कहा?
वहीं, अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'हम हमेशा से कहते रहे हैं कि बीजेडी और बीजेपी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. बीजेडी ने हमेशा संसद में बीजेपी का समर्थन किया है और राज्य में दोनों एक-दूसरे के प्रति जो भी विरोध दिखाते हैं वह महज दिखावा है. 


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