नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इस लोकसभा चुनाव में पहली बार गुजरात के गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर उनके सामने लाल कृष्ण आडवाणी की विरासत को आगे ले जाने की चुनौती होगी. बता दें कि आडवाणी ने इस सीट पर छह बार चुनाव जीता है. ऐसे में अमित शाह जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं उनके सामने बीजेपी की गढ़ माने जाने वाली इस सीट पर जीत दर्ज करना एकमात्र लक्ष्य होगा.

अमित शाह ने स्कूली शिक्षा पूर्ण कर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में शामिल होने के बाद संघ की विद्यार्थी शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) के लिए चार वर्ष तक कार्य किया. उसी अवधि में बीजेपी, संघ की राजनीतिक शाखा बनकर उभरी और वे 1984-85 में पार्टी के सदस्य बने. बीजेपी सदस्य बनने के बाद उन्हें अहमदाबाद के नारायणपुर वार्ड में पोल एजेंट का पहला दायित्व सौंपा गया, बाद में वह उसी वार्ड के सचिव बनाए गए.

1989 से 2009 तक वह लाल कृष्ण आडवाणी के लिए लोकसभा चुनावों में रणनीति तैयार करते रहे. इसके बाद जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जब गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा तो अमित शाह उनके भी चुनावी प्रभारी बने.

इसके बाद उन्हें कई अन्य जिम्मेदारियां मिली. अमित शाह को 2001 में बीजेपी के सहकारिता प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय संयोजक बना दिया गया. वर्ष 2002 में विधानसभा चुनावों अमित शाह ने सरखेज से लगातार तीसरी बार चुनाव जीता. वर्ष 2007 में सरखेज विधानसभा क्षेत्र ने एक बार फिर अमित शाह को विजय प्राप्त हुई. इसके बाद 2012 में उन्होंने नव निर्मित नारायणपुर विधानसभा से अपनी लगातार पांचवीं विजय हासिल की. उन्हें 2013 में बीजेपी का महासचिव बनाया गया. 2014 में होने वाले बेहद महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उन्हें उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा गया. बीजेपी ने अमित शाह को फिर साल 2014 में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया.

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