नई दिल्लीः कर्नाटक चुनाव में मुंबई कर्नाटक का रीजन काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि यहां 224 में से 50 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. 2013 में कांग्रेस की सत्ता वापसी के पीछे मुंबई कर्नाटक को बड़ा कारण बताया जाता है. यहां 50 सीटों में से कांग्रेस 31 सीटें जीतने में कामयाब रही. इस बार यहां चुनाव जीतने के लिए बीजेपी-कांग्रेस ने पूरा जोर लगा दिया है. मुंबई कर्नाटक के इस प्रतिष्ठित जोन में इस बार कौनसी पार्टी अपना सिक्का जमाती नजर आ रही है इसके लिए एबीपी न्यूज और सी-वोटर ने एग्जिट पोल किया है- जानें

मुंबई कर्नाटक की 31 सीटों में कौन जीतेगा कितनी सीटें बीजेपी 27-29 सीटें कांग्रेस 21-23 सीटें जेडीएस 0-1 सीटें अन्य 0-1 सीटें

मुंबई कर्नाटक मुंबई कर्नाटक को वैसे तो लिंगायतों का गढ़ कहा जाता है. दरअसल 2013 के चुनाव में यहां त्रिकोणीय मुकाबला था. येदियुरप्पा को भ्रष्टाचार के आरोप में पार्टी से निकाल दिया गया था जिसके बाद उन्होंने अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा था. इस सीट पर येदियुरप्पा की पार्टी कर्नाटक जनता पक्ष, बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर थी. येदियुरप्पा लिंगायतों के बड़े नेता माने जाते हैं. ऐसे में लिंगायत वोट तीन हिस्सों में बंट गया था जिसका सीधा फायदा कांग्रेस को हुआ.

चूंकि इस बार येदियुरप्पा बीजेपी में लौट आये हैं, ऐसे में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी उम्मीद कर रही है कि येदियुरप्पा के आने से लिंगायतों का वोट उन्हें मिलेगा. जबकि कांग्रेस का मानना है कि इस बार अलग धर्म के फैसले से लिंगायत उनके पक्ष में वोट करेंगे. बता दें कि इस इलाके में बेलगावी, हुबली-धारवाड़, बागलकोट, विजयपुरा और गदग ज़िले आते हैं. यहां सूखा, किसानों की आत्महत्या, महदायी नदी से गोवा का पानी नहीं छोड़ना, गन्नों के सही दाम नहीं मिलना जैसे कई मुद्दे भी हैं.

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