BJP-JDS Alliance 2024: कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर) पार्टी की मुसीबतें कम होती नहीं दिख रहीं. बीजेपी से गठबंधन करने के बाद से पार्टी में अंदरूनी कलह मच गई है. कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं, जबकि कई और बड़े नाम इस्तीफा देने की तैयारी में हैं.


इसी कड़ी में जनता दल (सेक्युलर) पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं ने पार्टी के गठबंधन के फैसले और अपने आगे के भविष्य पर चर्चा करने के लिए रविवार (24 सितंबर) को बेंगलुरु में एक बैठक की. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में शामिल नेताओं ने पार्टी नेतृत्व के एनडीए में शामिल होने के फैसले पर असंतोष जताया.


कार्यकर्ताओं से जानेंगे गठबंधन पर राय


रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक की अध्यक्षता जद (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष एनएम नबी ने की. बैठक में पार्टी प्रवक्ता नूर अहमद, मोहिद अल्ताफ और नसीर उस्ताद सहित कई अन्य नेता शामिल हुए. इस बैठक में नेताओं ने यह तय किया कि पार्टी में बने रहने या इस्तीफा देने पर कोई भी निर्णय लेने से पहले वे सभी पार्टी के अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं से राय लेंगे. इसके लिए कर्नाटक के हर जिलों का दौरा किया जाएगा और वहां अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं से इस पर बात की जाएगी. कुछ समय बाद एक और बैठक की जाएगी. कार्यकर्ताओं की राय जानने के बाद ही ये सभी नेता पार्टी छोड़ने या इस्तीफा देने पर फैसला करेंगे.


उपाध्यक्ष पहले ही दे चुके हैं अपना इस्तीफा


इससे पहले रविवार को ही जेडीएस के कर्नाटक उपाध्यक्ष सैयद शैफुल्ला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा था, “जेडी (एस) ने एक ऐसी पार्टी से हाथ मिलाया है जो समुदायों और जाति के बीच दरार पैदा करती है. पार्टी में धर्मनिरपेक्ष नेता इस कदम का विरोध कर रहे हैं."


बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की जनता दल (सेक्युलर) ने शुक्रवार (22 सितंबर 2023) को कर्नाटक में भाजपा के साथ गठबंधन की घोषणा की और 2024 लोकसभा चुनाव से पहले औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का ऐलान भी किया. जद (एस) नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद यह घोषणा की थी.


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