Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक महीने से भी कम वक्त बचा है. सभी राजनीतिक दल दांव पेंच आजमा रहे हैं. कर्नाटक चुनाव में बेलगावी जिले की 18 विधानसभा सीटें काफी महत्वपूर्ण हैं. यहां 18 में से 6 सीट मराठा बहुल है. अब महाराष्ट्र एकीकरण समिति (MES) ने बेलगावी के इन मराठा बहुल छह विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जिससे अब बीजेपी और कांग्रेस के लिए इन सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. एमईएस का गठन महाराष्ट्र राज्य में बेलगावी जिले को शामिल करने की एकल बिंदु मांग को आगे बढ़ाने के लिए किया गया था.


इन सीटों पर हो सकता है त्रिकोणीय मुकाबला
एमईएस पार्टी एक त्रिकोणीय मुकाबला के लिए बीजेपी और कांग्रेस के साथ बेलगावी और खानापुर के तीन विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. यह संगठन कर्नाटक के 865 गावों के साथ वेलगावी जिले को महाराष्ट्र राज्य में विलय करवाने की मांग उठाती रही है. पार्टी, बेलगावी (उत्तर), बेलगावी (दक्षिण), बेलगावी (ग्रामीण), निपानी, खानापुर और यमकनमराडी से अपने प्रतियाशी को चुनाव में उतारेंगी, ऐसी खबरें हैं.


पार्टी विशेष तौर पर बेलगावी (साऊथ), जहां से वर्तमान में बीजेपी एमएलए अभय पाटिल प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और खानापुर, जहां से फिलहाल कांग्रेस की अंजली निमबांकर विधायक हैं उसपर ज्यादा फोकस कर रही है. एमईएस नेता इस क्षेत्र में पिछले छह महिनों से लगातार संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं. 


'यह चुनाव एमईएस के अस्तित्व की लड़ाई है'
एमईएस पार्टी के 70 और 80 के दशक में कर्नाटक विधानसभा में पांच से सात विधायक थे.साल 2018 के चुनाव में वो शून्य सीटों पर सिमट गई. कहा जाता है कि पार्टी अपने आंतरिक विवादों के कारण धीरेधीरे अपनी ताकत खोती गई. हलांकि, पिछले गलतियों से पाठ लेकर पार्टी के प्रमुख नेता इसबार एक छतरी के नीचे काम करने को तैयार हैं, जिससे की कई राष्ट्रीय पार्टी को कड़ी चुनौतीयों का सामना करना पड़ सकता है. 


महाराष्ट्र एकीकरण समिति के नेताओं ने कुछ दिन पहले  चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें पार्टी के कार्यकारीणी अध्यक्ष और पूर्व विधायक मनोहर किनेकर और नगर अध्यक्ष दीपक दलवी ने कार्यकर्ताओं को कहा कि यह चुनाव एमईएस के अस्तित्व की लड़ाई है.


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