Karnataka Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों की किस्मत का फैसला 13 मई को आएगा. राज्य में किसकी सरकार बनेगी और कौन दौड़ में पीछे रह जाएगा, ये नतीजें आने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन, एचडी कुमारस्वामी की जेडीएस का कहना कि उन्हें कांग्रेस और बीजेपी से (गठबंधन के) संकेत मिल रहे हैं. क्योंकि, अधिकांश एग्जिट पोल में राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई है. वोटिंग की रात (10 मई) ही कुमारस्वामी सिंगापुर के लिए रवाना हो गए थे. इसी बीच जेडीएस वरिष्ठ नेता तनवीर अहमद ने कहा कि यह तय कर लिया गया है कि किसके साथ साझेदारी की जाएगी.


दरअसल, एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में जेडीएस के वरिष्ठ नेता तनवीर अहमद ने बताया कि 'निर्णय ले लिया गया है. जब सही समय आएगा तो हम जनता के सामने इसकी घोषणा करेंगे'.


बीजेपी ने गठबंधन से किया इंकार
वहीं, जेडीएस से संपर्क किए जाने को लेकर बीजेपी ने साफ इंकार किया है. पार्टी स्पष्ट जनादेश मिलने का विश्वास जता रही है. एनडीटीवी के इंटरव्यू में बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि 'गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं है, बीजेपी ने जेडीएस से संपर्क नहीं किया है. हमें 120 सीटें मिलना तय है. कल अपने कार्यकर्ताओं से जमीनी स्तर पर जानकारी हासिल करने के बाद हम 120 सीटों पर पहुंच गए हैं'.


दोनों दलों ने हमसे किया संपर्क का प्रयास
बीजेपी के इंकार के बारे में पूछे जाने पर जेडीएस ने दोबारा से कहा कि पार्टी सरकार बनाने की तैयारी कर रही है. तनवीर अहमद ने कहा कि 'हां, दोनों दलों (बीजेपी और कांग्रेस) ने हमसे संपर्क करने का प्रयास किया है. जेडीएस अब इस स्थिति में है कि पार्टियां आज हमसे संपर्क करना चाहेंगी'.


उन्होंने कहा कि 'कर्नाटक के लोग चाहते हैं कि हम राज्य की बेहतरी के लिए दोनों राष्ट्रीय दलों पर नजर रखें. लेकिन, मुझे नहीं लगता कि कोई कारण है कि क्षेत्रीय दल कर्नाटक के विकास के लिए काम नहीं करना चाहेंगे'.


'हमारे बिना कोई भी सरकार नहीं बना सकता'
वे किस पार्टी के साथ जाएंगे? इस पर तनवीर ने कहा कि 'उनके साथ, जो लोग राज्य और कन्नडिगाओं की भलाई के लिए काम करने जा रहे हैं'. पार्टी कितनी सीटों पर जीतेगी? इसके जवाब में अहमद ने कहा कि 'हमारे बिना कोई भी सरकार नहीं बना सकता है. मुझे लगता है कि यह एक अच्छी संख्या होगी. हम पैसे, शक्ति, बाहुबल के मामले में राष्ट्रीय दलों का मुकाबला नहीं कर सके. हम एक कमजोर पार्टी थे. लेकिन, हम जानते हैं कि सरकार का हिस्सा बनने के लिए हमने काफी मेहनत की है'.


पूर्व पीएम और जेडीएस के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के बीमार होने के कारण एचडी कुमारस्वामी ने पार्टी के मुख्य चेहरे के रूप में पदभार संभाला था. इन दिनों देवेगौड़ा नियमित जांच (रूटीन चेकअप) के लिए सिंगापुर में हैं, कुमारस्वामी भी उनके साथ ही हैं. देवेगौड़ा के कार्यालय ने यह जानकारी दी है. सूत्रों ने पुष्टि की है कि वे मतगणना के दिन वापस आएंगे.


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