जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए शनिवार (25 अक्टूबर, 2025) को कहा कि बिहार को सस्ता डेटा (मोबाइल इंटरनेट) नहीं, रोजगार के लिए बाहर गया अपना बेटा वापस चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और बिहार में सत्ता पर काबिज दल युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रहे हैं.

Continues below advertisement

पूर्वी चंपारण के ढाका में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (RJD) की सरकार केवल प्रचार में व्यस्त है, जबकि राज्य के युवाओं को बेहतर अवसरों की तलाश में बाहर पलायन करना पड़ रहा है.

सम्मानजनक रोजगार के लिए जनसुराज की लड़ाई

Continues below advertisement

प्रशांत किशोर ने कहा, ‘बिहार को सस्ता डेटा नहीं, अपना बेटा वापस चाहिए, जो रोजगार के लिए बाहर गया है.’ जनसुराज के संस्थापक ने कहा कि उनकी लड़ाई बिहार को एक विकसित और सक्षम राज्य बनाने की है, जहां युवाओं को अपने ही प्रदेश में सम्मानजनक रोजगार मिल सके.

प्रशांत ने मुस्लिम मतदाताओं से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, 'अपने हक के साथ खड़े होकर अपने बच्चों के लिए वोट दीजिए. अमित शाह को बताना चाहिए कि सात हत्या के आरोपी बिहार के उपमुख्यमंत्री कैसे बने हुए हैं.’ उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सम्राट चौधरी की तरफ था.

प्रशांत किशोर का भाजपा पर आरोप

इससे पहले, शुक्रवार को पश्चिमी चंपारण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए किशोर ने कहा था कि पहले बिहार में बूथ लूटने की घटनाएं होती थीं, लेकिन अब अमित शाह उम्मीदवार लूट रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने जनसुराज पार्टी के तीन से चार संभावित प्रत्याशियों को अपने पक्ष में मिलाने की कोशिश की है.

बता दें कि जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार के गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बागी उम्मीदवार अनूप कुमार श्रीवास्तव का समर्थन करने की शुक्रवार को घोषणा की और आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार शशि शेखर सिन्हा ने भाजपा के दबाव में चुनाव मैदान से नाम वापस ले लिया है.

ये भी पढ़ें:- 'लालू-राबड़ी ने बिहार को जंगलराज बनाया, नीतीश कुमार ने दिलाई मुक्ति', RJD पर बरसे अमित शाह