गुजरात विधानसभा चुनाव दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर को कराए जाएंगे. वहीं पहले चरण के मतदान में 89 सीटों पर मतदान होगा जिसमें रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा, गुजरात के पूर्व मंत्री परषोत्तम सोलंकी, सात बार की विधायक रहे कुंवरजी बावलीया,  मोरबी कांड के नायक रहें कांतिलाल अमृतिया और गुजरात में आप के अध्यक्ष गोपाल इटालिया समेत 10 उम्मीदवार शमिल हैं. ये सभी पहले चरण में चुनाव लड़ेंगे और विधायक की कुर्सी के लिए अपनी किस्मत आजमाएंगे. 


पहले चरण के मतदान के लिए सभी पार्टियों ने 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जिनमें से सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियां बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के यह निम्नलिखित 10 उम्मीदवार हैं जो चुनावी मैदान में उतरेंगे. 


1. कांतिलाल अमृतिया- बीजेपी ने पहले चरण के चुनाव के लिए कांतिलाल अमृतिया को चुनावी मैदान में उतारा है. यह गुजरात के मोरबी शहर से पांच बार विधायक रह चुकें हैं, लेकिन 2017 में चुनाव हार गए थे इसलिए इस बार ऐसी उम्मीद नहीं थी कि उन्हें पार्टी द्वारा टिकट दिया जाएगा. हालांकि मोरबी के कांड में वह नायक बन कर उभरे. वह लोगों को बचाने के लिए नदी में कूद गए थे जिससे उन्हें लोगों के बीच काफी लोकप्रियता मिली, इसलिए इस बार बीजेपी ने उन्हे मोरबी से टिकट दिया है. वह वर्तमान में बीजेपी के नेता के रूप में कार्यरत हैं. 


2. कुंवरजी बावलीया- बीजेपी ने बावलीया को  राजकोट जिले के जस्दान सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. वह कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता रह चुके हैं. उन्होनें कांग्रेस की ओर से जस्दान सीट से 6 बार विधानसभा का चुनाव जीता था लेकिन 2017 का चुनाव जीतने के बाद  उन्होनें कांग्रेस  को छोड़कर बीजेपी को ज्वाइन कर लिया था. इस बार कांग्रेस ने उनके खिलाफ जस्दान सीट से कोली नेता भोलाभाई गोहेल को चुनावी मैदान में उतारा है. गोहेल ने 2012 में जस्दान सीट को जीता था. 


3. बाबु बोखिरिया- मेर समुदाय से तालुक्क रखने वाले बाबु बोखिरिया को बीजेपी ने गुजरात की पोरबंदर विधानसभा सीट से टिकट दिया है. उन्होनें 1995, 1998, 2012, 2017 में इस सीट में जीत हासिल की थी. वर्तमान में उनका मुकाबला कांग्रेस के अर्जुन मोधवडिया से है. 


4. भगवान बराड- तलाला (गिर सोमनाथ जिला) से कांग्रेस  विधायक के रुप में इस्तीफा देने और बीजेपी में शामिल होने के एक दिन बाद बीजेपी ने उन्हे दोबारा तलाला सीट से ही टिकट दिया है. वह अहिर समुदाय के एक प्रभावशाली नेता हैं. 2007 और 2017 में उन्होनें इसी  सीट से चुनाव लड़ कर जीत हासिल की थी. तलाला गिर सोमनाथ जिले के चार विधानसभा के क्षेत्रो में से एक है. 


5. परषोत्तम सोलंकी- बीजेपी ने परषोत्तम सोलंकी को तबीयत खराब होने के बाद भी भावनगर  ग्रामीण से एक बार फिर टिकट दिया है. 


6. रिवाबा जडेजा- बीजेपी ने उत्तर जामनगर सीट से रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा को टिकट दिया है. हालांकि उनका राजनीति में पहले का कोई भी अनुभव नहीं है. 


7. परेश धनानी- कांग्रेस के नेता परेश धनानी को अमरेली से चुनावी मैदान में उतारा गया है. उन्होनें 2002 में कम उम्र में बीजेपी के नेता पुरषोत्तम रुपाला को हराया था. हालांकि 2007 में हारने के बाद उन्होनें  2012 और 2017 में पाटीदार बहुल क्षेत्र से दोबारा सीट हासिल की थी. 


8. विरजी थुम्मर-  वे लाठी (अमरेली जिले) के विधायक है और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है. विपक्षी पार्टियों के लिए मुखर आवाजों में से एक हैं. उन्हें अमरेली जिले से लोकसभा के लिए भी चुना गया था. 


9. गोपाल इटालिया- आप के गुजरात के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को पार्टी ने सूरत की पाटीदार बहुल कटारगाम  सीट से टिकट दिया है. वर्तनमान में इस सीट पर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी का कब्जा है. इसलिए आप के लिए यह सीट पा लेना चुनौतीपूर्ण साबित होगा.


10. अल्पेश कथीरिया- हार्दिक पटेल के सहयोगी अल्पेश कथीरिया को सूरत की पाटीदार बहुल वराछा से टिकट दिया है. वर्तमान में बीजेपी के पूर्व नेता किशोर कनानी इस सीट का प्रतिनिधत्व कर रहे हैं.


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