Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात में विधानसभा की 182 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे को कांटे की टक्कर देती दिखाई दे रही है. बीजेपी बड़े -बड़े रोड शो कर जनता को लुभाने का प्रयास करती रही तो वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भी एड़ी-चोटी का जोर लगाया. अब पहले चरण में 89 सीटों पर वोटिंग हो गई है. दूसरे चरण में अब 93 सीटों पर मतदान पांच दिसंबर को है. 


इस चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और आप ने कई आपराधिक छवि के उम्मीदवारों को टिकट दिया है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में चुनाव लड़ रहे कांग्रेस और आप के 30 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है. राज्य चुनाव आयोग, गुजरात और एडीआर ने दूसरे चरण के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे सभी 833 उम्मीदवारों के हलफनामों का उल्लेख्य किया है.


163 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज 
93 निर्वाचन क्षेत्रों में से कम से कम 19 विधानसभा सीट रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र हैं.  जहां तीन या अधिक उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि 5 दिसंबर को होने वाले चुनाव में 163 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है. वहीं अगर बात 2017 के विधानसभा चुनावों की करें तो दूसरे चरण में कुल 822 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़े थे. 101 प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी थी. 


AAP के 29 उम्मीदवारों पर चल रहे आपराधिक मामलें 
इस बार 92 उम्मीदवारों ने गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है. जबकि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 64 उम्मीदवारों ने गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की थी. अगर दलों की बात करें तो कांग्रेस के 90 उम्मीदवारों में से 29, आम आदमी पार्टी के 93 उम्मीदवारों में से 29 और भाजपा के 93 उम्मीदवारों में से 18 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ चल रहे आपराधिक मामलों की जानकारी दी है.


AAP के 17 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले
रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस से 10, आम आदमी पार्टी से 17 और बीजेपी से 14 उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. इसके अलावा, 9 उम्मीदवारों के खिलाफ बलात्कार और महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े केस चल रहे हैं. दो उम्मीदवारों ने हत्या से संबंधित मामलों की घोषणा की है और आठ ने हत्या के प्रयास (आईपीसी की धारा-307) से संबंधित मामलों की घोषणा की है.


सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी का कोई असर नहीं 
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का किसी ने भी पालन नहीं किया है. गुजरात के दूसरे चरण चुनाव में लड़ने वाली सभी पार्टियों ने 19 से 33 फीसदी उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.