Election Fact check: लोकसभा चुनाव के आखिरी दो चरणों के लिए चुनाव प्रचार अपने चरम पर है. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर चुनाव और रैलियों से जुड़े तमाम दावे किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक दावा राहुल गांधी और अखिलेश यादव को लेकर किया जा रहा है. दावा है कि प्रयागराज में गुस्साए कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भगा दिया. 


विश्वास न्यूज ने जब वायरल पोस्ट की जांच की तो ये दावा फर्जी साबित हुआ. दरअसल, 19 मई को राहुल और अखिलेश यूपी के फूलपुर में जनसभा करने पहुंचे थे. इस रैली में भीड़ बेकाबू हो गई. भीड़ ने सुरक्षा घेरा भी तोड़ दिया था. इसके बाद दोनों नेताओं को वहां से बिना भाषण के ही जाना पड़ा.


क्या किया जा रहा दावा?

फेसबुक यूजर एडवोकेट अर्जुन सिंह ने 20 मई को एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया, ''राहुल अखिलेश को भीड़ ने भगाया. Late पंहुचने की वजह से गुस्से में बेकाबू हुए कार्यकर्ता. अखिलेश ने 15 मिनट समझाया लेकिन नहीं माने बेकाबू भीड़ का गुस्सा देख आधे भाषण से ही अखिलेश राहुल को वहां से भागना पड़ा.'' Adv Arjun Singh नाम के यूजर को दो हजार से ज्‍यादा लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं.


कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अलग अलग यूजर्स ने इसी दावे के साथ वीडियो शेयर किया है. इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें. 


पड़ताल : विश्वास न्यूज ने जब इस दावे की जांच करने के लिए कीवर्ड सर्च किया तो इंडिया टीवी की वेबसाइट पर पब्लिश खबर में वायरल वीडियो मिला. खबर में कहीं भी यह नहीं लिखा था कि भीड़ ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव को भगाया. 


19 मई को पब्लिश खबर में बताया गया है कि यूपी के प्रयागराज में राहुल और अखिलेश की जनसभा में भगदड़ मच गई. अखिलेश यादव के पहुंचते ही कार्यकर्ता बेकाबू हो गए और बैरिकेडिंग तोड़कर मंच पर चढ़ने की कोशिश करने लगे. भगदड़ की वजह से अव्यवस्था के चलते अफरातफरी का माहौल मच गया. फूलपुर के पंडिला में इस जनसभा का आयोजन किया गया था. भगदड़ के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी बिना भाषण दिए ही चले गए. 


विश्वास न्यूज ने पड़ताल के दौरान दैनिक जागरण का ईपेपर देखा. इसमें 20 मई की एक खबर मिली. इसमें बताया गया कि फूलपुर और इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र में राहुल गांधी व अखिलेश यादव की संयुक्‍त जनसभा के दौरान उन्‍हें सुनने आई भीड़ बेकाबू हो गई. मंच तक पहुंचने के लिए समर्थकों ने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया. फूलपुर के पंडिला में तो जनसभा इस कदर अव्यवस्था की भेंट चढ़ी कि दोनों नेताओं को बिना संबोधन के ही लौटना पड़ा. इस पूरी खबर में कहीं भी दोनों नेताओं को भगाने वाली बात नहीं लिखी थी.




जांच के दौरान दैनिक जागरण प्रयागराज के संपादकीय प्रभारी राकेश पांडेय ने विश्वास न्यूज ने बताया, फूलपुर में राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जनसभा में उनके समर्थक अति उत्साह में आ गए थे. भीड़ ने बैरिकेडिंग तक को तोड़ दिया था, जिस वजह से दोनों नेता बिना भाषण दिए ही सभास्थल से रवाना हो गए थे. भगाने वाली बात एकदम गलत है.


निष्कर्ष : राहुल गांधी और अखिलेश यादव को भगाने के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट गलत है. सभास्थल पर भीड़ काफी उत्‍साहित हो गई थी. जिसके कारण भीड़ ने बैरिकेडिंग तक को तोड़ दिया था. जिसके बाद दोनों नेताओं को बिना भाषण के वहां से निकलना पड़ा.


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Disclaimer: This story was originally published by Vishvas News and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.