बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं. सियासी बयानबाजी तेज हो रही है. जहां महागठबंधन (RJD+Congress) और एनडीए (BJP+JDU) अपनी ताबड़तोड़ रैलियों से चुनावी हवा बना रहे हैं, वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज एक वैकल्पिक राजनीतिक लहर पैदा कर रही है. मोतिहारी में आयोजित एक सभा में प्रशांत किशोर ने न सिर्फ तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेतृत्व को भी कटघरे में खड़ा किया.

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प्रशांत किशोर ने मोतिहारी में जनता से कहा कि तेजस्वी यादव चाहे महागठबंधन के सीएम फेस हों, उन्हें पहले अपने माता-पिता के 15 साल के शासन के लिए माफी मांगनी चाहिए, जब तक वे यह स्वीकार नहीं करेंगे कि उस दौर में बिहार में जंगलराज था, तब तक उनके विकास के वादे बेईमानी लगते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अगर तेजस्वी अपने पिता लालू प्रसाद यादव और मां राबड़ी देवी के शासनकाल को गलती मानकर माफी मांग लें तो जनता यह सोच सकती है कि अब ये सुधर गए हैं. किशोर ने कांग्रेस का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस ने सिख दंगों के लिए माफी मांगी तो राजद को भी अपने शासनकाल की गलतियों के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए.

पीएम मोदी पर निशाना

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प्रशांत किशोर ने मोतिहारी की सभा में चौंकाने वाला खुलासा किया. उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मोतिहारी वाला चीनी मिल का भाषण उन्होंने ही लिखा था. उस भाषण में मोदी ने कहा था कि अगली बार जब मैं आऊंगा तो इसी बंद पड़े चीनी मिल की चीनी से चाय पियूंगा. किशोर ने सवाल उठाया और कहा कि अब 11 साल हो गए, लेकिन न चीनी मिल खुली न वादा पूरा हुआ. उल्टा उस जमीन को टुकड़ों में बेच दिया गया. अब बताइए, खरीदार कौन हैं? उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जनता बार-बार उन लोगों को वोट देती है जिन्होंने विकास की जगह वादाखिलाफी की है. उन्होंने आगे कहा कि अगर फैक्ट्री चालू करानी है तो फैक्ट्री के लिए वोट दीजिए. पढ़ाई चाहिए तो शिक्षा के लिए वोट दीजिए. जाति या पार्टी के लिए नहीं.

अब बिहार को बदलने का समय है-जन सुराज का संदेश

प्रशांत किशोर ने सभा में कहा कि जन सुराज का आंदोलन किसी व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि जनता के अधिकारों के लिए है. उन्होंने कहा कि हमारा जीवन माता-पिता की कृपा और भगवान की मेहर से बना है. अब देने का समय है, लेने का नहीं. किशोर ने भाजपा, राजद और जदयू सभी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ये पार्टियां सिर्फ सत्ता के लिए राजनीति कर रही हैं. जन सुराज का मकसद बिहार के आम आदमी को सशक्त बनाना है, ताकि राजनीति जाति, धर्म और कमीशनखोरी से मुक्त हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि जन सुराज किसी सेलिब्रिटी आंदोलन की तरह नहीं, बल्कि जन आंदोलन की तरह उभर रहा है, जहां हर वर्ग के लोग किसान, शिक्षक, छात्र और युवा इस परिवर्तन की यात्रा से जुड़ रहे हैं.

बीजेपी और सम्राट चौधरी पर सीधा वार

प्रशांत किशोर ने एनडीए के मुख्यमंत्री उम्मीदवार सम्राट चौधरी पर भी तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि भाजपा आज जिस व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, वो सातवीं फेल है और हत्या के सात मामलों का अभियुक्त रह चुका है. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि तेजस्वी यादव अगर नौवीं फेल हैं तो कम से कम कैमरे पर कह तो रहे हैं कि हम नौवीं फेल हैं लेकिन सम्राट चौधरी तो यह भी नहीं बताते कि मैट्रिक कब पास किया! उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या आप अपराधियों को मुख्यमंत्री बनाकर बिहार सुधारना चाहते हैं? जब तक गलत को गलत नहीं कहेंगे, बिहार में सुधार असंभव है.

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