Gujarat Assembly Polls 2022: भरूच की एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को चेक बाउंस मामले में अंकलेश्वर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अंकुर पटेल को दोषी ठहराया और उन्हें छह महीने कैद की सजा सुनाई गई.  फरवरी 2021 में पटेल द्वारा जारी किया गया दो लाख रुपये का चेक बैंक द्वारा वापस कर दिया गया था. जिसके बाद शिकायतकर्ता सलीम वाडिया ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था. अदालत ने नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 के तहत पटेल को दोषी ठहराया है. 


शिकायतकर्ता के वकील आईजी बाबा सैयद ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "मेरे मुवक्किल ने अंकुर पटेल को कुल आठ लाख रुपये दिए थे जो वो अब मांग रहे थे. पटेल ने उन्हें दो चेक दिए. एक चेक पांच लाख रुपये का था और दूसरा दो लाख रुपये का. दोनों चेक पिछले साल बैंक द्वारा वापस कर दिया गया." 


 सैयद  ने आगे कहा, "किसी तकनीकी कारण से, हम 5 लाख रुपये के चेक की वापसी को चुनौती नहीं दे सकते थे, लेकिन दो लाख रुपये के चेक बाउंस को NI अधिनियम के तहत चुनौती दी जा सकती थी. आज अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया, और चूंकि वह अनुपस्थित थे, इसलिए उन्हें सजा भी सुनाई गई.''


पुराने वाहनों का कारोबार करने वाले वाडिया कुछ साल पहले एक पेट्रोल पंप के मालिक पटेल के संपर्क में आए और उनसे अच्छे संबंध बन गए थे. गुजरात विद्यानसभा के लिए आज पहले चरण के मतदान जारी हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक 11 बजे तक केवल 18.95% मतदान दर्ज किया गया है.  सबसे कम मतदान सूरत की कतारगाम सीट पर हुआ. आज गुजरात में 89 सीटों के लिए वोट डाले जायेगें. चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किये जायेगें. 


2.39 करोड़ वोटर
आइए जानते हैं कि राज्य में पहले फेज में वोटरों का किस तरह से समीकरण है. गुजरात चुनाव के पहले फेज में कुल मिलाकर 2.39 करोड़ (2,39,76,670) वोटर हैं. जिसमें से 1,24,33,362 पुरुष वोटर और 1,15,42,811 महिला वोटर हैं. इसके अलावा पहले फेज में 497 थर्ड जेंडर के भी वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.


25,434 पोलिंग स्टेशन
चुनाव आयोग ने पहले चरण के लिए कुल 25,434 पोलिंग स्टेशन बनाए हैं जिससे मतदाताओं को कोई परेशानी ना हो. इसमें से 9,018 शहरी पोलिंग स्टेशन और 16,416 ग्रामीण पोलिंग स्टेशन हैं. बता दें कि दक्षिण गुजरात और कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्रों के 19 जिलों की कुल 89 सीटों के लिए 788 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछले बार गुजरात चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस सिर्फ 77 सीटों पर सिमट कर रही गई थी.