अक्सर घर में और स्कूलों में बच्चों से पूछा जाता है कि आप बड़े होकर क्या बनेंगे? कोई कहता है डॉक्टर, कोई कहता है इंजीनियर लेकिन क्या कभी किसी बच्चे के मुंह से सुना है कि मैं मौसम वैज्ञानिक बनूंगा. 


बच्चे तो क्या शायद बड़ों को भी नहीं पता होगा कैसे बनते हैं मौसम वैज्ञानिक, कहां नौकरी करते हैं, कैसे क्या पढ़ाई करनी होती है


साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास ही बन सकते हैं मौसम वैज्ञानिक


मौसम वैज्ञानिक बनने के इच्छुक स्टूडेंट्स को 12वीं कक्षा (साइंस स्ट्रीम) पास करने की ज़रूरत होती है। इसके बाद, वे वायुमंडलीय विज्ञान में बीटेक या मौसम विज्ञान में बीएससी कर सकते हैं, जो भारत में आईआईटी द्वारा पेश किया जाता है, जिसमें प्रवेश जेईई मेन स्कोर पर आधारित होता है। Meteorologist बनने के लिए ग्रेजुएशन के अलावा डिप्लोमा कोर्स भी होते हैं.


Meteorology कोर्स के लिए कॉलेज और एग्जाम 


भारत के कई बड़े विश्वविद्यालयों में Meteorology की पढ़ाई होती है. जिसमें आईआईटी दिल्ली, आईआईटी खड़गपुर, बीयू भोपाल, एस.आर.एम यूनिवर्सिटी, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई शामिल हैं. इन विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए  उम्मीदवारों को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE), ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE), दिल्ली यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (DUET) जैसे परीक्षाएं पास करनी होगी।


 


कहां मिलेगी नौकरी, कितनी मिलेगी सैलरी?


कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार अनुसंधान केंद्र, कृषि योजना विभाग, मौसम परामर्श संगठनों में काम कर सकते हैं।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) शीर्ष भर्ती एजेंसियां हैं।इसके अलावा उम्मीदवार विदेश के मौसम Analysis संस्थानों के साथ काम कर सकते हैं। मौसम वैज्ञानिक को शुरुआती तौर पर 6 से 10 लाख रुपये सालाना वेतन मिलता है, लेकिन अनुभव और पद के आधार पर वेतन बढ़ जाता है।


क्या-क्या काम करते हैं मौसम वैज्ञानिक


आपको लगता होगा कि मौसम वैज्ञानिक केवल मौसम की जानकारी देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. मौसम वैज्ञानिक पृथ्वी के Atmosphere और physical environment, पृथ्वी पर उनके विकास, प्रभाव और परिणामों का अध्ययन करते हैं। 


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