NTA Releases Notice Regarding Fake Calls: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के पास बहुत से स्टूडेंट्स की तरफ से शिकायत आ रही थी कि उन्हें ऐसे फोन कॉल आ रहे हैं जो मन-मुताबिक मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने का दावा कर रहे हैं. जब ऐसी शिकायतों की संख्या बहुत बढ़ी तो एनटीए ने इस बाबत एक नोटिस जारी करके बकायदा स्टूडेंट्स को सावधान किया है. इन फेक फोन कॉल्स के द्वारा मुख्यतः स्टूडेंट्स को यह कहा जाता है कि उनकी ओएमआर शीट में बदलाव करके उन्हें उनकी पसंद के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने की व्यवस्था की जा सकती है.


फोन करने वाला खुद को एनटीए का अधिकारी बताता है. अंततः एनटीए ने आगे आकर इस बात का खंडन किया कि जो भी इस तरह के कॉल कर रहा है, वह कोई बेईमान इंसान है, एनटीए का कोई अधिकारी कभी ऐसी गलत बात नहीं कर सकता. साथ ही स्टूडेंट्स से भी एनटीए ने अनुरोध किया कि वे ऐसी किसी भी फेक कॉल के चक्कर में न फंसे. इसके साथ ही ऐसे कॉल आने पर स्टूडेंट्स पास के पुलिस स्टेशन पर शिकायत दर्ज कराएं.


  


एनटीए के पास नहीं हैं स्टूडेंट्स के नंबर –


एनटीए ने नोटिस में यह भी साफ किया कि एनटीए के पास स्टूडेंट्स के फोन नंबर या ईमेल एड्रेस नहीं हैं. ऐसे में एनटीए की तरफ से कॉल पहुंचने का सवाल ही पैदा नहीं होता. नोटिस में आगे कहा गया कि एनटीए के द्वारा इस समय किसी के भी रिजल्ट या रैंक को लेकर किसी प्रकार का कोई कम्यूनिकेशन ही नहीं किया जा रहा है.


एनटीए का काम केवल आवेदन आमंत्रित करना, परीक्षा कराना, रिजल्ट घोषित करना और डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेस को ऑल इंडिया रैंक उपलब्ध कराना है. एनटीए देश या विदेश कहीं के भी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने में कोई भूमिका नहीं निभाता. एडमिशन नीट परीक्षा के स्कोर के आधार पर दिया जाता है. इसके लिए बकायदा काउंसलिंग होती है जो मेडिकल काउंसिल कमेटी करती है. अगर आपके पास भी ऐसा कोई फोन पहुंचे तो तुरंत उसकी शिकायत करें.


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