आज हम बात करने जा रहे हैं, ऐसी मुक्केबाज की जिन्होंने अपनी प्रतिभा से देश का नाम रोशन कर दिया. इनका नाम है- लवलीना बोरगोहेन. लवलीना का जन्म असम में 2 अक्टूबर 1997 को हुआ था. लवलीना के घर के हालात ज्यादा अच्छे नहीं थे और पिता की मासिक तनख्वाह बहुत कम हुआ करती थी. आर्थिक तंगी के कारण पिता लवलीना के लिए ट्रैक सूट भी नहीं ला पाते थे लेकिन लवलीना ने कभी भी जिद नहीं की.
लवलीना की किस्मत ने उनका साथ दिया और जब वे 9वीं क्लास में थी तभी उनका चयन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में हुआ. वहां से उनको प्रशिक्षित करने की तैयारी शुरू हुई. लवलीना मार्शल आर्ट्स में काफी अच्छी थी. इसलिए कोच का ध्यान उनपर गया और स्पोर्ट्स अथॉरिटी द्वारा उनका सिलेक्शन किया गया. खेल के शुरुआती दिनों में ही अच्छा प्रशिक्षण प्राप्त होने से उनका हौसला बढ़ा और उनके खेल में काफी जल्दी सुधार देखा गया.
कॉमनवेल्थ गेम्स का कर चुकीं हैं प्रतिनिधित्वलवलीना साल 2018 और 2019 में हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं. इसके अलावा दिल्ली में आयोजित पहले इंडियन ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में सिल्वर और गुवाहाटी में आयोजित दूसरे इंडियन ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. साथ ही वह 2017 में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं. 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी लवलीना देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. साथ ही 2020 में अर्जुन अवार्ड हासिल करने वाली वह असम की छठी व्यक्ति बनीं.
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