Smart Glasses For Blind People: मन में कुछ करने की प्रबल इच्छा हो तो कोई भी कमी रास्ते की रुकावट नहीं बन सकती. कम से कम खरगौन के अमन को देखकर तो यही मालूम देता है. मध्य प्रदेश के अमन केवल 8वीं तक पढ़े हैं. पैसों की कमी के कारण उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो पायी. हालांकि इसे कभी अमन ने अपने रास्ते की रुकावट नहीं बनने दिया. उन्होंने दृष्टिहीन लोगों के लिए एक ऐसा चश्मा बनाया है जिससे उन्हें रास्ते के खतरों को भांपने में मदद मिलेगी.


कैसे मदद करेगा ये चश्मा


अमन ने बहुत प्रयास के बाद एक ऐसा स्मार्ट चश्मा बनाया है जो रास्ते में आने वाले खतरों को पहले ही भांप लेगा और उसे पहनने वाले को आगाह कर देगा. 'आज तक' की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने इसमें सेंसर लगाया है. इस सेंसर का काम ये है कि जैसे ही सामने कोई रुकावट जैसे कोई गाड़ी या कोई और बाधा आती है तो ये आवाज निकालने लगता है. इससे इसे पहनने वाला इंसान सचेत हो जाता है और अपना रास्ता बदल लेता है. इससे उनके एक्सीडेंट के चांस कम हो जाएंगे.


कीमत भी है बेहद कम


इस स्मार्ट चश्में की कीमत भी बहुत कम है जिसे आसानी से खरीदा जा सकता है. इसकी कीमत 500 रुपये है और इसमें बैटरी लगी है. इसी बैटरी की सहायता से ये काम करता है और इसकी बैटरी की लाइफ दस से पंद्रह घंटे है. इससे 13 फीट तक की दूरी कवर होती है. इसकी सहायता से इसे पहनने वाले व्यक्ति को आने वाले खतरे से समय से संभलने का मौका मिलता है.


पैसों की तंगी से नहीं पूरी हो पायी पढ़ाई


मध्य प्रदेश, खरगौन के एक छोटे से गांव बसवा में रहने वाले अमन कालरा केवल 8वीं तक पढ़े हैं. पैसों की कमी के कारण उनकी पढ़ाई अधूरी रह गई. हालांकि अमन रुके नहीं और बीस साल की उम्र में उन्होंने ये कारनाम कर दिखाया. इसके पहले वे रोबोट भी बना चुके हैं जिसके लिए उन्हें कलेक्टर से पुरस्कार मिला था. 


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