भारत का प्रधानमंत्री बनने के लिए कितनी पढ़ाई जरूरी है? क्या इसके लिए किसी खास डिग्री की जरूरत होती है? यह सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है. लेकिन जवाब जानकर आप हैरान रह जाएंगे प्रधानमंत्री बनने के लिए किसी बड़ी डिग्री या खास कोर्स की अनिवार्यता नहीं है. भारतीय संविधान में इसके लिए कुछ बुनियादी शर्तें तय की गई हैं, लेकिन पढ़ाई उनमें से एक नहीं है.
भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां प्रधानमंत्री जनता द्वारा चुनी गई संसद के बहुमत दल का नेता होता है. संविधान के मुताबिक प्रधानमंत्री बनने के लिए व्यक्ति भारतीय नागरिक होना चाहिए. अगर वह लोकसभा से चुना गया है, तो उसकी न्यूनतम आयु 25 वर्ष और अगर राज्यसभा से है तो न्यूनतम आयु 30 वर्ष होनी चाहिए.
इसके अलावा वह किसी सरकारी लाभ के पद यानी “ऑफिस ऑफ प्रॉफिट” पर कार्यरत नहीं होना चाहिए. प्रधानमंत्री को लोकसभा या राज्यसभा का सदस्य होना जरूरी है. अगर कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री चुना जाता है और वह दोनों सदनों में से किसी का सदस्य नहीं है, तो उसे छह महीने के भीतर इनमें से किसी एक सदन का सदस्य बनना जरूरी होता है.
कितनी होती है सैलरी?
भारत के प्रधानमंत्री की सैलरी करीब 1.66 लाख रुपये प्रति माह होती है. यानी सालभर में उनकी कुल आय लगभग 19.20 लाख रुपये के आसपास पहुंचती है. इस वेतन में कई भत्ते शामिल होते हैं. जैसे 62,000 रुपये का दैनिक भत्ता और करीब 45,000 रुपये का मासिक निर्वाचन क्षेत्र भत्ता.
पीएम को कौन सी सुविधाएं?
प्रधानमंत्री को देश की सर्वोच्च सुरक्षा और सुविधाएं भी मिलती हैं. उन्हें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) की सुरक्षा प्राप्त होती है. उनका आधिकारिक निवास नई दिल्ली में होता है. विदेश यात्राओं के लिए उनके पास विशेष विमान एयर इंडिया वन होता है. देश के भीतर यात्रा के लिए उन्हें बुलेटप्रूफ गाड़ियां और अन्य सुरक्षा वाहन उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री को चिकित्सा सुविधाएं, पेंशन और स्टाफ सहायता जैसी सुविधाएं जीवनभर दी जाती हैं.
भारत का संविधान हर नागरिक को समान अवसर देता है. प्रधानमंत्री बनने के लिए ऊंची डिग्री नहीं, बल्कि देश के लिए काम करने की ईमानदारी, दूरदर्शी सोच और जनता का भरोसा होना जरूरी है.
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