Job Crisis in Zometo: इस समय प्राइवेट नौकरियों में छटनी का दौर चल रहा है. ट्विटर और मेटा के बाद, अब ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी जोमेटो ने भी अपने यहां कर्मचारियों की छटनी का एलान कर दिया है. कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या में 3% तक की कमी करेगी. आइये आपको बताते हैं कंपनी ऐसा क्यों कर रही है.


पहले भी हो चुकी है छटनी


हालांकि जोमेटो अपने कर्मचारियों की छटनी करने का ये पहला मौका नहीं है, इस ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी ने कोरोना के शुरुआती समय में ही अपने 13% से ज्यादा कर्मचारियों की छुट्टी कर दी थी. वर्तमान में कंपनी के पास लगभग 3,800 कर्मचारी है. जिनमें से कंपनी छटनी का एलान कर चुकी है.


सीनियर अधिकारी दे रहे इस्तीफा


ट्विटर की ही तरह जोमेटो में भी अंदर ही अंदर उठा पटक जारी है और इसी के चलते कंपनी के को-फाउंडर मोहित गुप्ता अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. इनके अलावा इस्तीफा देने वालों में, न्यू इनिशिएटिव हेड राहुल गंजू और  इंटरसिची लीजेंड्स सर्विसेज के हेड सिद्धार्थ झावर भी कंपनी छोड़कर जा चुके हैं.


अन्य कंपनियां भी कर रही छटनी


जब से एलन मस्क ने ट्विटर को ख़रीदा है, तब से आईटी सेक्टर से लेकर, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अब ऑनलाइन फूड डिलीवरी समेत सभी जगह छटनी देखने को मिल रही है. माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज आईटी कंपनियां भी अपने कर्मचारियों की संख्या कम करने में लगी हुई है. इसके अलावा देश में अनएकेडमी और बायजू भी छटनी को लेकर घोषणा कर चुके हैं.


अलग-अलग कंपनियों के मुताबिक अमेज़न 10,000 लोगों को बाहर का रास्ता दिखाएगी, तो ट्विटर लगभग 3,700 कर्मचारियों को घर भेज चुका है. वहीं फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा ने भी अपने यहां 11,000 से ज्यादा कर्मचारियों को निकलने का एलान किया है. वहीं दिग्गज आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी अपने स्टाफ में भी 1,000 कर्मचारियों की जल्द कटौती करने का एलान कर चुकी है.


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